मॉस्को। बेंगलुरु से मॉस्को तक की यात्रा एक लंबी और थकाऊ है, लेकिन 12 वर्षीय सूर्य वरिकुति के लिए, यह कुछ नया नहीं था। सुर्य रूट्स फुटबॉल स्कूल के लिए खेलता है। वह अपने प्रशिक्षण के लिए हर दिन लगभग 40 किलोमीटर ट्रैवल करता है। पिछले हफ्ते मॉस्को में गजप्रोम इंटरनेशनल फुटबॉल फॉर फ्रेंडशिप चिल्ड्रन फोरम में चैलेंज देने के लिए उनकी ऑरंगुटान टीम को उस ऊर्जा की आवश्यकता थी जो सूर्य के अंदर भरी है। इस साल इस कार्यक्रम के तहत 211 देशों के 1500 बच्चों को पिच साझा करने और सहिष्णुता, दोस्ती, समानता और शांति के संदेश को बढ़ावा देने के लिए एक साथ लाया गया। कार्यक्रम में देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआईएफएफ) द्वारा सूर्य का चयन किया गया था। इस फुटबॉल टूर्नामेंट में, प्रतिभागियों को लुप्तप्राय प्रजातियों के नाम पर बनी 32 टीमों में से एक में रखा जाता है।
भले ही सूर्य की टीम ने प्रोग्रेस नहीं न किया हो, लेकिन इस ने भीड़ को प्रभावित किया और कहा कि उसने अनुभव से बहुत कुछ सीखा है। कार्यक्रम के बाद सूर्य ने संवाददाताओं से कहा, "यह वास्तव में मजेदार था। ये एक अच्छा अनुभव था। मैंने कई नए लोगों से मुलाकात की, दोस्त बनाए और उनकी संस्कृतियों के बारे में समझा। मैंने नई भाषाएं सुनी और कुछ शब्द भी पिक किए।"
इस साल, विश्व कप विजेता और स्पेनिश गोलकीपर इकर कैसिलस ने मंच पर आकर प्रशंसा की और बच्चों को फुटबॉल के माध्यम से शांति को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया। मीडिया रिलीज में कहा गया है, "मुझे इंटरनेशनल चिल्ड्रन फोरम फुटबॉल फॉर फ्रेंडशिप में दुनिया भर से इतने सारे खुश चेहरों को देखकर प्रसन्नता हो रही है।"
उन्होंने आगे कहा, "मुझे उम्मीद है कि फुटबॉल न केवल खेल के लिए दरवाजे खोलेगा, बल्कि आपके जीवन के हर क्षेत्र में उनके लिए मंच उपलब्ध कराएगा! फॉरम में, फीफा देशों के 211 प्रतिभागी हैं। दुनिया भर के कई लोग हैं, और प्रत्येक उनमें से फुटबॉल का समर्थन करता है। फुटबॉल हमारी दुनिया को और अधिक खुले और सहिष्णु बनाने के लिए सामाजिक परिवर्तनों के लिए एक महान मंच है।" इसके अलावा कार्यक्रम में सीरियाई फुटबॉलर फिरास अल-खातिब के साथ-साथ सऊदी अरब फुटबॉल फेडरेशन के प्रशासनिक निदेशक व प्रिंस अब्दुलहमान बिन इब्राहिम अल-सय्यर भी उपलब्ध थे। हालांकि सूर्य थोड़े निराश रहे क्योंकि वे कैसिलस से नहीं मिल पाए। लेकिन डीपीएस के इस स्टूडेंट का कहना है कि, "कैसीला आए थे लेकिन मैं उनके पास नहीं जा सका क्योंकि वहां बहुत से बच्चे और बॉडीगार्ड थे।"
सूर्य कहते हैं कि, "अगर मैं उससे मिल सकता था, तो मैं उससे अपने करियर के बारे में पूछता। ये कि वह यहां तक कैसे पहुंचे। कितनी मेहनत लगी। आदि, ये कार्यक्रम अन्य देशों को जानना था। जैसे, वे फुटबॉल कैसे खेलते हैं और अपनी राष्ट्रीय टीमों के बारे में उनका क्या ख्याल है। मैंने कुछ ट्रिक भी सीखी।" कॉमोडो ड्रैगन और चिम्पांजी ने सपसन एरिना स्टेडियम में फुटबॉल फॉर फ्रैंडली कार्यक्रम के छठे संस्करण में फाइनल खेला।
टीम चिम्पांजी, जिसमें कैमरून ग्रेगरी फिलिप (डोमिनिका), जेरोनीमो रोड्रिगेज उरुना (कोलंबिया), पीटर पाउलो (मलावी), यामिरौ (बेनिन), देव (कांगो डीआर), एलेक्स वनिल जूनियर डैनियल (सेंट किट्स एंड नेविस) शामिल थे, और यंग कोच व्लादिस्लाव पॉलीकोव (सरांस्क, रूस) की टीम ने टूर्नामेंट जीता। जिसके बाद सभी प्रतिभागियों को 14 जून को रूस और सऊदी अरब के बीच शुरुआती खेल में ले जाया गया। सूर्य अंत में कहते हैं कि "मुझे लगता है कि मैंने वास्तव में अच्छी तरह से खेला। लेकिन हम बेहतर कर सकते थे और यदि ऐसा होता तो हम टूर्नामेंट में आगे बढ़ सकते थे।"
(MyKhel.com संवाददाता अरविंद एस रूस में है। वे वहां एक प्रशंसक के परिप्रेक्ष्य से ईवेंट को कवर कर रहे हैं)