नई दिल्ली। फीफा विश्वकप के मुकाबलों में बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है। ऐसे में नॉकआउट राउंड के मुकाबलों में मंगलवार को स्वीडन और स्विट्जरलैंड के बीच बेहद रोमांचक मुकाबला खेला जाएगा। स्विट्जरलैंड ने मौजूदा विश्व कप में अपने खिलाड़ियों के गोल का जश्न मनाने के विवादास्पद तरीके से सुर्खियां बटोरी हैं लेकिन इस मुकाबले में इस टीम के पास इतिहास रचने का मौका होगा। व्लादिमीर पेतकोविच की टीम अगर सेंट पीटर्सबर्ग में स्वीडन को हरा देती है तो पिछले 64 साल में फुटबॉल की इस सबसे बडी़ प्रतियोगिता के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने वाली स्विट्जरलैंड की पहली टीम बन जाएगी। गौरतलब हो कि इस प्रतियोगिता में इस टीम ने सभी को प्रभावित किया है। कप्तान स्टीफन लिचस्टेनर की अगुआई में टीम एकजुट रहने में सफल रही है जबकि वेलोन बेहरामी और जरदान शकीरी की बदौलत टीम ग्रुप ई से आगे बढ़ने में सफल रही जिसमें खिताब का प्रबल दावेदार ब्राजील भी शामिल था।
बता दें कि स्विट्जरलैंड की टीम ने पिछली बार 1954 में विश्व कप क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी जब देश 16 देशों के इस टूर्नामेंट की मेजबानी कर रही था।टीम हालांकि अंतिम आठ के मुकाबले में 3-0 की बढ़त बनाने के बावजूद आस्ट्रिया के खिलाफ 5-7 से हार गई थी. स्विट्जरलैंड को अगर अब इस प्रदर्शन की बराबरी करनी है तो स्वीडन की चुनौती से पार पाना होगा। स्वीडन और स्विट्जरलैंड की टीमें 2002 से आपस में नहीं भिड़ी है इसलिए ऐसा कोई संकेत नहीं है कि मंगलवार के मैच में किसी टीम का दबदबा रहने की संभावना है। स्विट्जरलैंड के पास हालांकि यह इतिहास रचने का मौका होगा। ऐसे में इन दोनो टीमों के बीच बेहद रोमांच मुकाबला देखने को मिल सकता है।