नई दिल्ली: भारत में कोरोनावायरस के चलते जिस तेजी से स्पोर्ट्स इवेंट्स पर ब्रेक लगा है उससे भारतीय खेलों में नौकरी पर लगे हुए विदेशी कोचिंग स्टॉफ के लिए अपने अपने देश लौटकर कुछ समय बिताने का भी मौका आया है। कुछ ऐसा ही मौका भारतीय महिला हॉकी टीम के कोच सोजर्ड मारिजेन के पास भी था।
मारिजेन ने इसी बीच नीदरलैंड में अपने पत्नी और बच्चों के पास घर जाने का प्लान बनाया जिसके बाद वे 22 मार्च को बेंगलुरु में वापसी करने वाले थे जहां पर टीम की अगली तैयारी के लिए कैंप का आयोजन होना है।
उन्होंने शुक्रवार की रात को उड़ान भरने का भी प्लान कर लिया लेकिन जैसे ही वे स्पोर्ट्स ऑथोरिटी ऑफ इंडिया से बेंगलुरु एयरपोर्ट की तरफ कार में सवार हुए तब उनका मन बदल गया।
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हालांकि नीदरलैंड अभी भारत सरकार द्वारा निर्धारित कोरोनावायरस हाई जोन में नहीं है लेकिन आने वाले दिनों में स्थिति क्या होगी इसके बारे में कोई कह भी नहीं सकता।
हिंदुस्तान टाइम्स से मिली जानकारी के अनुसार टीम के सूत्र ने बताया है कि अगले कुछ दिनों में स्थिति में काफी तेजी से बदलाव हो सकता है और हो सकता है भारत और यूरोप के बीच हवाई यात्रा पर ही संकट आ जाए। ऐसे में टिकटों के लिए मुश्किलें आ सकती हैं और हो सकता है भारत वापस आना फिर आसान ना हो। ऐसे में कई हफ्तों के लिए कैंप को छोड़ना कोई विकल्प नहीं होगा।
इस तरह के विचार से गुजरने के बाद कोच को वापस आना ही ठीक लगा। टीम सूत्र ने बताया- 'वह कैंप में वापस आ गए हैं लेकिन हम सब जानते हैं कि वह अपने परिवार को लेकर बहुत चिंतित हैं। लेकिन कोई क्या कर सकता है कि क्योंकि टीम को ऐसे बीच में छोड़कर जाने का भी विकल्प नहीं है। वह अपने परिवार के संपर्क में हैं।'