'बांधने के बाद 3 घंटे तक पति ने की पिटाई'
पूर्व हॉकी कप्तान ने दावा किया कि उनके पति को जमीन का एक हिस्सा चाहिए था, जिसके लिए उन्होंने पिछले साल नवंबर में दो बार मांग उठाई और "उन्हें शारीरिक और मानसिक शोषण का शिकार बनाया"। यहां तक कि उन्होंने देवी को यह भी कहा कि वह पश्चिम रेलवे, मुंबई में कार्यालय अधीक्षक के अपने पद से स्वैच्छिक रिटायरमेंट ले ले। देवी ने आगे कहा कि 2005 में शादी करने के समय से ही उसे परेशान किया जा रहा था।
Women T20 WC, IND vs AUS: मिताली राज ने बताया कौन होगा खिताब का दावेदार
घरेलू हिंसा की शिकार पूर्व भारतीय हॉकी कप्तान-
"मेरे पति शांता सिंह ने मेरा मजाक उड़ाया था जो मैंने अपनी शादी के दिन सभी पदक और फोटो जीते थे और पति ने उसके बाद टिप्पणी की थी कि यह किस काम के हैं?" उन्होंने साथ ही यह भी आरोप लगाया कि देवी को अर्जुन अवॉर्ड इसलिए मिला क्योंकि उन्होंने 'अनैतिक व्यवहार' के जरिए इसको हासिल किया था।
'सहनशीलता की सीमा जब हद से पार हुई...'
हॉकी खिलाड़ी ने कहा कि वह इस विश्वास में उत्पीड़न को सहन कर रही थी कि उसके पति का व्यवहार बदल जाएगा। "मैं कभी नहीं चाहती थी कि मामला सार्वजनिक हो। हालांकि, हमेशा किसी के धैर्य और सहनशीलता की सीमा होती है," उन्होंने कहा।
दो बच्चों की मां देवी ने टिप्पणी की कि उसने आखिरकार तब बोलने का फैसला कर लिया जब उनके पति द्वारा कथित रूप नवंबर 2019 में पंजाब के कपूरथला में उनके साथ मारपीट की गई, उस समय वह सुल्तान लोधी में रेल कोच फैक्टरी द्वारा आयोजित एक टूर्नामेंट में भाग ले रही थी।
अर्जुन अवॉर्डी ने भारत तो लगातार 3 गोल्ड जिताए
पूर्व महिला हॉकी कप्तान मणिपुर के 'कोंटा खाबम माखा लीकाई' हिंगनंग में इम्फाल से हैं। जबकि उनके पति मणिपुर के इम्फाल पश्चिम जिले में सिंजमेई के निवासी है।
देवी ने टीम इंडिया को लगातार तीन वर्षों तक स्वर्ण पदक दिलाया - 2002 के राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान (वह घटना जिसने 2007 की हिट बॉलीवुड फिल्म 'चक दे इंडिया' को प्रेरित किया), 2003 एफ्रो-एशियन गेम्स और 2004 हॉकी एशिया कप।