नई दिल्ली। पाकिस्तान के खिलाफ अहम मुकाबले में जिस तरह से भारत की हॉकी टीम ने पाक टीम को 7-1 से हराया उसके बाद टीम की हर तरफ तारीफ हो रही है। लेकिन इस मैच में जीत के अलावा एक और बड़ी वजह है जिसकी वजह से टीम काफी चर्चा में है। भारतीय टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच में हाथ पर काला फीता बांधकर मैच खेला और पाकिस्तान की सरकार को कड़ा संदेश देने की कोशिश की है।
दरअसल जिस तरह से पिछले कुछ दिनों से सीमा पर हिंसा की घटनाएं हो रही हैं और लगातार सीमापार से फायरिंग हो रही है, उसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन के स्वरूप भारतीय टीम के खिलाड़ी हाथ पर काला फीता बांधकर मैदान में उतरे। भारतीय टीम ने हॉकी के मैदान में पाकिस्तान को बुरी तरह से हराया। यह पहली बार नहीं है जब खिलाड़ियों ने खेल के मैदान पर अपने दुख और गुस्से को इस तरह से जाहिर किया है।
टीम इंडिया के कीपर पीआर श्रीजश जो इस समय घायल है ने पिछले वर्ष 2016 की चैंपियंस ट्रॉफी को देश के जवानों के नाम किया था, उस मुकाबले में भारत की टीम ने पाकिस्तान को फाइनल मुकाबले में हराया था। पाकिस्तान के खिलाफ अहम मुकाबले में रविवार को हरमनप्रीत सिंह ने दो गोल किए, इस जीत के बाद उन्होंने कहा कि हम मैदान में जीतना चाहते थे, इस जीत से हम ना सिर्फ देश को गर्व देना चाहते थे बल्कि दुनिया को यह संदेश भी देना चाहते थे कि हम अपनी सोच के लिए डटकर मुकाबला करेंगे।
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हॉकी इंडिया के जनरल सेक्रेटरी मोहम्मद मुश्ताक अहमद ने अपने बयान में कहा है कि भारतीय टीम ने हमेशा से भारतीय सेना का स्मान किया है और उसका समर्थन किया है जो हमारे देश की सुरक्षा करते हैं। खिलाड़ी अपने देश के जवानों पर गर्व करते हैं, वह हमेशा उनके बलिदान और शौर्य से प्रेरित होते हैं। टीम सीमा पर हो रही फायरिंग और जम्मू कश्मीर में हिंसा के खिलाफ खड़ी है, यह हम सबका फैसला था कि वह देश के जवानों की शहादत के सम्मान में पाकिस्तान के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन करके हाथ पर काला फीता बाधेंगी।