नई दिल्ली। भारतीय पुरूष हाॅकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक में ब्राॅन्ज मेडल जीतकर कमाल कर दिया है। भारत ने 41 साल बाद हाॅकी में मेडल जीता है। चौथे क्वार्टर के आखिरी पलों में जर्मनी ने गोलकीपर हटाकर खेलने का रिस्क लिया और भारतीय हॉकी टीम ने 5-4 की जीतकर ओलंपिक पदक जीतने का इतिहास रच दिया। अब टीम को चारों तरफ से शुभकामनाएं मिल रही हैं। वहीं देश के प्रधनामंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट करते हुए टीम को बधाई दी।
मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, '' ऐतिहासिक! एक ऐसा दिन जो हर भारतीय की याद में अंकित होगा। ब्राॅन्ड मेडल जीतने के लिए हमारी पुरुष हॉकी टीम को बधाई। इस उपलब्धि के साथ, उन्होंने पूरे देश, खासकर हमारे युवाओं की कल्पना पर कब्जा कर लिया है। भारत को अपनी हॉकी टीम पर गर्व है।।''
Historic! A day that will be etched in the memory of every Indian.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 5, 2021
Congratulations to our Men’s Hockey Team for bringing home the Bronze. With this feat, they have captured the imagination of the entire nation, especially our youth. India is proud of our Hockey team. 🏑
बता दें कि भारतीय हॉकी टीम ने आखिरी बार मास्को ओलंपिक खेल-1980 में गोल्ड मेडल जीता था। यदि ब्राॅन्ज की बात की जाए तो भारत ने म्यूनिख ओलंपिक खेल-1972 में इसे अपने नाम आखिरी बार किया था।
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मुकाबला बेहद रोमांचक रहा। पहला क्वार्टर जर्मनी के नाम रहा जिसने 1-0 की बढ़त बनाकर रखी थी। हालांकि भारत को भी गोल करने का माैका मिला, लेकिन वह चूक गए थे। तक जर्मनी पूरी तरह से हावी रही और 1-0 की बढ़त बनाए रखी। हालांकि भारत ने बचाव जारी रखे और जर्मनी को दूसरा गोल करने का मौका नहीं दिया। हालांकि दूसरे क्वार्टर में मैच के 17वें मिनट में सिमरनजीत सिंह ने गोल दाग स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। फिर 24वें मिनट में जर्मनी के निकालस वेलेन ने दूसरा गोल करते हुए टीम को 2-1 से आगे कर दिया। इसके कुछ ही देर बाद जर्मनी ने तीसरा गोल करते हुए भारत को दवाब में ला दिया।
फिर भारत ने 28वें मिनट में दूसरा गोल किया जो हार्दिक सिंह द्वारा आया। इसके एक मिनट के बाद ही 29वें मिनट में हरमनप्रीत सिंह ने भी गोल करते हुए मैच बराबरी पर लगा दिया। फिर तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में भारत को पेनल्टी स्ट्रोक मिला। रुपिंदर पाल सिंह ने गोल किया, जिससे भारत को 4-3 की बढ़त मिली। फिर सिमरनजीत ने भी गोल करते हुए 5-3 की बढ़त दिला दी। चौथे और फाइनल क्वार्टर में जर्मनी ने चौथा गोलकर दागकर भारत की मुश्किलें बढ़ाने का काम किया। आखिरी 7 सेकंड में जर्मनी को पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन वो गोल नहीं कर सके। इस तरह भारत ने 41 साल बाद हॉकी में पदक पर कब्जा जमा लिया।