नई दिल्ली। पुरुष हॉकी विश्व कप के प्री क्वॉर्टर फाइनल में भारत ने कनाडा को 5-1 से हराकर क्वॉर्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया। भारत की इस जीत से उम्मीद है कि भारत ऐसा ही खेल दिखाते हुए अपनी मेजबानी में विश्व कप अपने नाम कर लेगा। विश्व कप में भारत की यहां तक की जीत के सूत्रधार रहे टीम के कोच हरेंद्र सिंह ने खुशी जताई है। उनका कहना है कि उनके लिए पूल मैच चार देशों का टूर्नामेंट था और असली विश्व कप तो अब शुरू हुआ है जिसमें मेजबानों ने कनाडा को 5-1 से हराकर सीधे क्वार्टरफाइनल में प्रवेश कर लिया।
पहले ही लिख लिया था नाम:
भारत की जीत के बाद टीम के कोच हरेंद्र ने कहा कि जो मेरे कमरे में गए होंगे, वे जानते हैं कि मैंने पहले ही अपने कमरे में लिख दिया है कि कौन क्वॉर्टरफाइनल में खेलेगा और कौन सेमीफाइनल में। मेरे लिए चार देशों का टूर्नामेंट खत्म हुआ है और विश्व कप अब शुरू हुआ है।'
उन्होंने कहा, 'क्वॉर्टरफाइनल से आप पदक की दौड़ में होते हैं। असली टूर्नामेंट अगले मैच से शुरू होगा।' हरेंद्र ने कहा कि भारतीय टीम शुरुआती दो क्वार्टर में गोल की कोशिश में बॉल को लेकर दौड़ रहे थेय उन्होंने कहा, 'हम फाइनल पास से चूक रहे थे, हम गोल के लिए दौड़ रहे थे। हमें इंतजार करना चाहिए था, बॉल की तरफ दौड़ नहीं सकते। मुझे लगता है कि पहले हाफ में हमने ज्यादा ही दौड़ लगाई।'
इस बात की कमी:
भारत ने भले ही जीत का सेहरा अपने सिर बांधा हो लेकिन कोच हरेंद्र को एक बात का मलाल है। उनका कहना है कि हम क्लीन-शीट रखने में असफल रहे और मुझे इससे बुरा लग रहा है। हम ज्यादा ही तेजी में थे। हमें इससे बचना होगा।'हालांकि वह इस बात से निराश थे कि भारतीय टीम गोल गंवा बैठी। गोल क्लीन शीट रखने से विपक्षी टीम पर दबाव बनता है।