नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला हाॅकी टीम के खिलाड़ियों ने कमाल कर दिखाया है। महिलाओं ने तीन बार की गोल्ड मेडलिस्ट आस्ट्रेलिया को बाहर कर ओलंपिक इतिहास में पहली बार सेमीफाइनल में प्रवेश किया। इसके बाद पूरा देश खिलाड़ियों की प्रशंसा करने में व्यस्त हो गया। वहीं फॉरवर्ड वंदना कटारिया के परिवार ने टीम के सेमीफाइनल तक पहुंचने पर खुशी व्यक्त की है। वंदना की मां सोरन कटारिया चाहती हैं कि अब उनकी बेटी देश के लिए मेडल लाए।
Tokyo Olympics : लड़कों के साथ खेलती थी सविता पूनिया, पिता ने कहा- बेटियां कुछ भी कर सकती हैं
एएनआई से बात करते हुए कविता की मां ने कहा, ''मेरी बेटी भारतीय टीम में खेल रही है और मैं चाहता हूं कि वह देश के लिए पदक लाए। मुझे उस पर गर्व महसूस होता है। मैंने नहीं सोचा था कि वह देश के लिए उच्चतम स्तर पर खेलेंगी।'' वहीं कविता की बहन अंजलि कटारिया ने कहा, ''वह (वंदना) हमारे दिवंगत पिता का सपना पूरा कर रही हैं। मैं इस उपलब्धि के लिए टीम और वंदना को बधाई देना चाहती हूं।''
बता दें कि वंदना ने टीम को सेमीफाइनल तक ले आने में अहम भूमिका निभाई थी। पूल ए मुकाबले में उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ हैट्रिक लगाई थी। वह ओलंपिक इतिहास में तीन गोल करने वाली इकलाैत महिला हाॅकी प्लेयर बनीं थी, जिस कारण टीम 4-3 से मुकाबला जीत सकी। उन्होंने चाैथे, 17वें और 49वें मिनट में तीन गोल करते हुए अनोखा रिकॉर्ड अपने नाम किया था।