टोक्यो, 03 अगस्त। ओलंपिक के सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय टीम को बेल्जियम के खिलाफ 2-5 से हार का मुंह देखना पड़ा। इस हार के साथ ही ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने का भारत का सपना टूट गया। 49 साल के बाद भारतीय टीम ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची थी और पूरे देश की निगाहें आज के मुकाबले पर थी। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस मैच को देख रहे थे और टीम का हौसला बढ़ा रहे थे। लेकिन मैच में भारत की हार के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट करके लिखा, हार और जीत जीवन का हिस्सा हैं। हमारी पुरुषों की हॉकी टीम ने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। अगले मैच और भविष्य के अभियान के लिए टीम को मेरी शुभकामनाएं। भारत को अपने खिलाड़ियों पर गर्व है।
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यही नही बेल्जियम के खिलाफ मैच में हार के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने टीम इंडिया के कप्तान मनप्रीत सिंह से फोन पर बात की। इस दौरान पीएम ने पूरे टूर्नामेंट के दौरान टीम के अच्छे प्रदर्शन की सराहना की और अगले मैच के लिए टीम को शुभकामनाएं भी दी। आज के मैच की बात करें तो भारत के लिए सबसे कमजोर कड़ी उसका लगातार बेल्जियम को पेनाल्टी कॉर्नर देना रहा। भारत ने 14 पेनाल्टी कॉर्नर बेल्जियम की टीम को दिए जिसमे से चार को बेल्जियम की टीम गोल में तब्दील करने में सफल रही।
जिस तरह से बेल्जियम को मैच में 14 पेनाल्टी कॉर्नर मिले उससे भारतीय खेमे में लगातार दबाव बढ़ता जा रहा था। बेल्जियम की टीम की योजना साफ थी वह लगातार भारतीय सर्किल में पहुंचने की कोशिश कर रही थी और पेनाल्टी कॉर्नर हासिल करने की फिराक में थी जिसका टीम को फायदा भी मिला। टीम के शीर्ष खिलाड़ी हेंड्रिक्स और ल्यूपर्ट ने मैच में जबरदस्त खेल का प्रदर्शन किया।