टोक्यो, 03 अगस्त। तकरीबन चार दशक के बाद भारत ओलंपिक के सेमीफाइनल में जगह बनाने में सफल हुआ था। इसके साथ ही भारतीय टीम से पूरे देश को उम्मीदें थी कि वह फाइनल में जगह बना सकती है। लेकिन बेल्जियम के खिलाफ मैच में भारत की टीम दबाव को झेल नहीं सकी और लगातार गलतियों की वजह से बेल्जियम को एक दर्जन से अधिक पेनाल्टी कॉर्नर मिले जोकि भारत के लिए भारी साबित हुए। हालांकि अभी भी भारतीय टीम पदक की रेस से बाहर नहीं हुई है। अभी भी भारतीय टीम के पास कांस्य पदक जीतने का मौका है।
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मैच में बेल्जियम के स्टार खिलाड़ी एलेग्जेंडर हेनड्रिक्स ने हैट्रिक लगाकर अपनी टीम को ओलंपिक के फाइनल तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई। मैच में भारत के खिलाफ बेल्जियम ने पहला गोल महज 70 सेकेंड के भीतर लगा दिया था। हालांकि मंदीप और हरमनप्रती ने भारत की वापसी कराई और भारत को 2-1 से बढ़त दिलाई। लेकिन इस बढ़क को भारतीय टीम बरकरार नहीं रख सकी और हेनड्रिक्स ने टूर्नामेंट में 13 वां गोल दाग कर स्कोर को 2-2 से बराबरी पर ला दिया।
तीसरे क्वार्टर तक भारत और बेल्जियम का स्कोर 2-2 की बराबरी तक रहा लेकिन चौथे क्वार्टर में बेल्जियम ने जबरदस्त खेल का प्रदर्शन करते हुए एक के बाद एक पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किए और इस क्वार्टर में मैच को अपनी ओर खींच लिया। जब मैच में 11 मिनट का समय बचा था तो हेनड्रिक्स ने पेनाल्टी कॉर्नर के जरिए अपनी टीम को बढ़त दिलाई और अपनी हैट्रिक पूरी की। इसके बाद बेल्जियम ने अपने स्कोर को और आगे बढ़ाया और अंतिम पांचवे मिनट में चौथा गोल जबकि आखिरी मिनट में पांचवा गोल दागकर मैच को 5-2 से जीत लिया। वहीं भारत के लिए ओलंपिक में गोल्ड जीतने का सपना टूट गया, हालांकि कांस्य पदक की उम्मीद अभी भी बरकरार है। भारतीय टीम 5 अगस्त को कांस्य पदक के लिए मैदान में उतरेगी।