टोक्यो, 03 अगस्त। ओलंपिक के सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय हॉकी टीम को बेल्जियम के खिलाफ मैच में 2-5 से हार का सामना करना पड़ा है। इस हार के साथ ही हॉकी फैंस काफी निराश हैं। फैंस के अलावा भारतीय टीम भी इस हार के बाद काफी निराश हैं लेकिन इस हार के बावजूद भारतीय टीम के पास अभी भी ओलंपिक में मेडल जीतने का मौका है। भारतीय टीम सेमीफाइनल में हारने के बाद भी कांस्य पदक जीत सकती है। यही वजह है कि मैच में हार के बाद टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा कि टीम को इस हार से आगे बढ़ना चाहिए और अपना पूरा ध्यान कांस्य पदक जीतने पर लगाना चाहिए।
14 पेनाल्टी कॉर्नर पड़े भारी
हालांकि मैच में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा लेकिन तीसरे क्वार्टर तक दोनों ही टीमें बराबरी पर थीं। तीसरे क्वार्टर तक दोनों टीमों का स्कोर 2-2 से बराबरी पर था। लेकिन चौथे क्वार्टर के आखिरी के 10 मिनट में बेल्जियम ने आक्रामक खेल का प्रदर्शन किया औ भारतीय टीम की ओर से कई लगातार गलतियां की गई जिसके चलते बेल्जियम की टीम को मैच में 14 पेनाल्टी कॉर्नर मिले जोकि भारतीय टीम को भारी पड़े। हालांकि भारतीय टीम 11 पेनाल्ट कॉर्नर को बचाने में सफल रही लेकिन 3 पेनाल्टी कॉर्नर उसके लिए भारी पड़ गए।
हम जीत के इरादे से उतरे थे
मैच में हार के बाद मनप्रीत सिंह ने कहा कि मेरे लिए फिलहाल यह समय काफी मुश्किलभरा है क्योंकि हम इस मैच में जीत की सोच के साथ उतरे थे, लेकिन दुर्भाग्य से हम मैच जीत नहीं सके। दूसरे क्वार्टर में हम पिछड़ गए, जहां पर बेल्जियम की टीम ने अच्छे मौके बनाए और पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किया। लेकिन अब हमे अपने अगले मैच में कांस्य पदक पर ध्यान केंद्रित करना होगा, हम कड़ी मेहनत करनी होगी ताकि कांस्य पदक जीत सके।
ग्रीन कार्ड मिलना पड़ा भारी
बता दें कि मैच के दौरान भारतीय टीम को ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच में तीन बार ग्रीन कार्ड दिखाया गया और यही गलती भारतीय टीम को बेल्जियम के खिलाफ भारी पड़ी। मैच की शाम भारतीय टीम के कोच ग्राहम रीड ने इस बात पर ध्यान देने की बात भी कही थी। उन्होंने कहा था कि हमे 11 खिलाड़ियों को पिच पर रखना ही होगा, ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ मैच में हम अधिकतर समय 10 ही खिलाड़ी मैदान में उतार सके। हम बेल्जियम के खिलाफ यह नहीं कर सकते हैं, ऐसा करके हम मैच जीतने की नहीं सोच सकते हैं।
कांस्य पदक की उम्मीद
बेल्जियम के खिलाफ मैच के बाद कोच रीड ने कहा कि मनप्रीत सिंह को ग्रीन कार्ड मिलना मैच का रुख पलटने वाला फैसला था। हमारे लिए यह जरूरी है कि हम इस मैच में हार को भुलाएं और कांस्य पदक पर ध्यान केंद्रित करें। बता दें कि भारतीय पुरुष हॉकी टीम का अगला मुकाबला जर्मनी या ऑस्ट्रेलिया से होगा। यह मैच गुरुवार को होगा। जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरे सेमीफाइनल मैच में जो भी टीम हारेगी वह भारत के साथ कांस्य पदक के लिए भिड़ेगी।