नई दिल्ली। भारतीय पुरूष हाॅकी टीम ने फाइनल में न्यूजीलैंड को हराते हुए ओलंपिक टेस्ट टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम कर लिया है। भारत पूरे मैच में न्यूजीलैंड पर भारी रहा। विरोधी टीम खाता भी नहीं खोल सकी और भारत ने 5-0 से धूल चटाकर राउंड राबिन चरण में मिली हार का बदला भी ले लिया। राउंड राॅबिन चरण के दूसरे मैच में न्यूजीलैंड से भारत को 2-1 से हार का सामना करना पड़ा था। कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने सातवें मिनट में टीम के लिए पहला गोल किया जिसके बाद शमशेर सिंह ने 18वें, नीलाकांता शर्मा ने 22वें, गुरसाहिबजीत सिंह ने 26वें और मनदीप सिंह ने 27वें मिनट पर गोल दागे ।
मैच के शुरू होते ही दोनों टीमों ने संभलकर खेलना शुरू किया। भारत को सातवें मिनट में पेनल्टी कार्नर मिला जिस पर गोल नहीं हो सका लेकिन कप्तान हरमनप्रीत ने उसी मिनट मिले दूसरे पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करके टीम को बढ़त दिलाई। भारतीय टीम ने गेंद पर नियंत्रण जारी रखा और पहले क्वॉर्टर में 1-0 की बढ़त कायम रही। शमशेर ने 18वें मिनट में भारत के लिए दूसरा गोल पेनल्टी कॉर्नर पर दागा। न्यूजीलैंड की टीम दूसरे क्वॉर्टर में दो बार सर्कल में घुसने में कामयाब रही जबकि भारत ने तीन और गोल दाग दिए। नीलाकांता ने 22वें मिनट में तीसरा गोल किया। इसके बाद गुरसाहिबजीत सिंह और मनदीप ने लगातार गोल दागे। इसके बाद तीसरे और चौथे क्वॉर्टर में कोई गोल नहीं हो सका। आखिरी क्वॉर्टर में भारतीय डिफेंडरों ने दमदार प्रदर्शन करके न्यूजीलैंड को कोई मौका नहीं दिया।
ऐसा रहा भारत के लिए टूर्नामेंट
भारत ने पहले मुकाबले में मलेशिया को 6-0 से राैंदा था लेकिन दूसके मुकाबले में उन्हें न्यूजीलैंड से 2-1 से हार का सामना करना पड़ा था। अपने तीसरे मुकाबले में जापान को 6-3 से धूल चटाते हुए ओलंपिक टेस्ट टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया था। इस मैच के हीरो रहे स्ट्राइकर मनदीप सिंह जिन्होंने हैट्रिक लगाते हुए जापान को जीत से दूर कर दिया था। फाइनल में न्यूजीलैंड से टक्कर मिलने की उम्मीद थी लेकिन पूरा मैच एकतरफा रहा और भारत ने बड़ी आसानी से खिताब पर कब्जा कर लिया।