उनका शव कुआला कंगसार महल में ले जाया जाएगा और उन्हें रॉयल मौसोलियम में दफनाया जाएगा। सुल्तान अजलान शाह खेल प्रेमी थे और उन्हें हॉकी से विशेष लगाव था। यही वजह थी उन्होंने 1983 में सुल्तान अजलान शाह कप हॉकी टूर्नामेंट की शुरूआत की थी। यह टूर्नामेंट पहले प्रत्येक दो साल में आयोजित किया जाता था लेकिन 1998 के बाद इसका हर वर्ष आयोजन किया जाने लगा।
उनके प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि उन जैसा हॉकी का जनत ना तो आज तक देश में हुआ है, और ना ही होगा। गौरतलब है कि सुल्तान अपनी एकेडमी में सभी के चहेते खिलाड़ी थे। उनके वरिष्ठ खिलाड़ी अक्सर उनकी सफलता की उम्मीद किया करते थे।