टोक्यो, 02 अगस्त। भारतीय हॉकी टीम ने ओलंपिक मं 1972 के बाद पहली बार सेमीफाइनल में जगह बनाने में सफलता हासिल की है। 49 साल के इंतजार के बाद जब भारतीय टीम ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची तो पूरा देश खुशी से झूम उठा, हर कोई टीम इंडिया की खुशी में शरीक था और पूरा देश गर्व महसूस कर रहा है। ग्रेट ब्रिटेन को क्वार्टर फाइनल मुकाबले में 3-1 से हराकर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की की। इस जीत से ना सिर्फ फैंस बल्कि मैच की कमेंट्री कर रहे कमेंटेटर भावुक हो गए और वह अपने खुशी के आंसू नहीं रोक सके।
इससे पहले 1972 में आखिरी बार भारतीय पुरुषों की हॉकी टीम ने ओलंपिक के सेमीफाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन सेमीफाइनल में भारत को पाकिस्तान के हाथों 2-0 से हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में 39 साल के बाद भारत की इस सफलता पर कमेंटेटर भावुक हो गए। सोनी नेटवर्क पर ओलंपिक खेलों का प्रसारण हो रहा है। इस दौरान हिंदी भाषा में मैच की कमेंट्री कर रहे सुनील तनेजा और सिद्धार्थ पांडेय स्टूडियो में रोने लगे। दोनों ही कमेंटेटर भारतीय टीम की जीत से इतने भावुक हुए कि वो अपने आंसू नहीं रोक सके। फाइनल सीटी बजने के बाद दोनों कमेंटेटर अपनी भावनाओं को नहीं रोक पाए, इस दौरान दोनों ही एक दूसरे को ढांढ़स बंधाते नजर आए और कहा कि ये खुशी के आंसू हैं।
कप्तान मनप्रीत सिंह की अगुवाई में भारतीय टीम ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ 3-1 से जीत दर्ज की। हालांकि भारत का सफर यहां तक का शानदार रहा है। पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार के बाद भारतीय टीम ने जबरदस्त वापसी की और खुद को पदक की रेस में बनाए रखा है। लेकिन अगला मैच बेल्जियम की टीम के साथ है और बेल्जियम की टीम जबरदस्त फॉर्म में है। भारत और बेल्जियम के बीच मुकाबला 3 अगस्त को होगा।
Emotions...
— Bhadohi Wallah (@Mithileshdhar) August 1, 2021
जैसे ही भारतीय हॉकी टीम ने ग्रेट ब्रिटेन को हराया, सोनी स्पोर्ट्स इंडिया के लिए कमेंट्री कर रहे सुनील तनेजा और सिद्धार्थ पांडेय स्टूडियो में रोने लगे। ये आंसू जीत की खुशी के हैं।#Olympics #HockeyIndia #tokyo #olympics2021 #olympicsinhindi pic.twitter.com/5daedJ8MGv