नई दिल्ली। हॉकी विश्व कप में पाकिस्तान के खेलने को लेकर संशय समाप्त हो गया है। पहले कहा जा रहा था कि पाकिस्तान का हॉकी विश्व कप में हिस्सा लेना तय नहीं था क्योंकि हॉकी टीम को कोई प्रायोजक नहीं मिल रहा था और पहले से ही फेडरेशन पर कर्ज था। अब एक क्रिकेट फ्रेंचाइजी के मालिक पैसे की तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान हॉकी महासंघ (पीएचएफ) से प्रयोजक के तौर पर जुड़े है जिसके बाद पाकिस्तान अब खेलना तय माना जा रहा है।
पीएचएफ के सचिव शाहबाज अहमद ने बताया कि पाकिस्तान सुपर लीग की फ्रेंचाइजी पेशावर जालमी के मालिक जावेद अफरीदी ने पीएचएफ के साथ बड़ा प्रायोजन करार किया है जो 2020 तक चलेगा। इस प्रायोजन करार में सीनियर और जूनियर टीम के सभी अंतरराष्ट्रीय दौरों के अलावा घरेलू हाकी भी शामिल है।
शाहबाज ने कहा, ''यह हमारे लिए बड़ी राहत की बात है। पेशावर जालमी फ्रेंचाइजी के मालिक जावेद अफरीदी ने अपनी कंपनी हायर पाकिस्तान की ओर से पाकिस्तान हाकी के साथ प्रायोजन करार किया है।'' बता दें कि हॉकी विश्व कप भुवनेश्वर में 28 नवंबर से 16 दिसंबर तक खेला जाएगा।पीएचएफ ने इससे पहले चेताया था कि अगर सरकार आठ करोड़ रुपये का अनुदान नहीं देती है तो विश्व कप में पाकिस्तान के प्रतिनिधित्व पर संकट आएगा।
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इस करार के बाद पीएचएफ ना सिर्फ अपनी टीम को भारत भेज पाएगा बल्कि खिलाड़ियों की लंबित राशि का भुगतान भी कर पाएगा जिन्हें हाल में हुई एशियाई चैंपियन्स ट्राफी और शिविर के लिए दैनिक भत्तों का भुगतान नहीं किया गया है।
बता दें कि भारतीय हॉकी टीम को पूल-सी में रखा गया है जिसमें भारत के अलावा कनाडा, दक्षिण अफ्रीका और बेल्जियम के शामिल16 देशों वाले इस टूर्नामेंट में सभी टीमों को चार ग्रुप में बांटा गया है। टूर्नामेंट का आयोजन 28 नवम्बर से 16 दिसम्बर तक खेला जाएगा। ग्रुप ए में अर्जेंटीना के साथ न्यूजीलैंड, स्पेन और फ्रांस को रखा गया है। ग्रुप बी में गत विजेता ऑस्ट्रेलिया के साथ इंग्लैंड, आयरलैंड और चीन को जगह मिली है। ग्रुप सी में भारत, बेल्जियम, कनाडा और दक्षिण अफ्रीका है। ग्रुप डी में नीदरलैंड्स, जर्मनी, मलेशिया और पाकिस्तान की टीमें हैं।