रोना नहीं है, देश को गर्व है
मैच हारने के बाद महिला टीम की सभी खिलाड़ी अपने आंसू नहीं रोक पाईं। वहीं पीएम ने उन्हें हाैसला देते हुए कहा, ''निराश बिल्कुल भी नहीं होना है। मैं देख रहा हूं कि नवदीप की आंख में चोट आई है।'' इसका जवाब देते हुए रानी रामपाल ने कहा, ''हां उसके चेहरे पर चोट आई है, उसे चार टांके भी लगे।'' इसके बाद पीएम ने कहा, ''सभी खिलाड़ियों ने अच्छा खेल दिखाया है। आप लोग रोना बंद कीजिए। मेरे तक आवाजा आ रही है। देश को आप पर गर्व है। रोना नहीं है। कितने दशकों के बाद हाॅकी की पहचान फिर से जिंदा हुई है। यह आपकी मेहनत से हो रही है।'' इसके बाद कोच शोर्ड मारिन ने भी पीएम का शुक्रिया किया, जिन्होंने टीम को सपोर्ट किया। मारिन ने कहा कि लड़कियां अपने आंसू रोक नहीं पा रही हैं। यह नाजुक पल है।
बेटियों ने जीत के प्रति ललक दिखाई
इससे पहले पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया। महिला टीम भले हार गई, लेकिन सबका दिल जीत गई हैं। पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा, 'ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के शानदार प्रयासों से हम सभी परिचित हैं। विशेषकर हॉकी में हमारे बेटे-बेटियों ने जो इच्छाशक्ति दिखाई है, जीत के प्रति जो ललक दिखाई है, वो वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बहुत बड़ी प्रेरणा हैं।'
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इतिहास रचने से चूकी टीम
महिला हाॅकी टीम का यह अपना तीसरा ओलंपिक खेल था साल 1980 में टीम ने अपना दम दिखाया था, लेकिन वह चाैथे नंबर पर रह गए थीं। उस समय महिला हाॅकी में 6 देशों ने भाग लिया था। इसके बाद टीम क्वालिफाई नहीं कर पाईं, लेकिन रियो ओलंपिक 2016 में टीम को फिर माैका मिला। लेकिन वह शुरूआती दाैर में ही बाहर हो गईं। वहीं टोक्यो ओलंपिक में टीम ने अभी तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन दिखाया। टीम सेमीफाइनल में पहुंचकर भारतीय महिला टीम ने इतिहास रच दिया था। सेमीफाइनल में टीम अर्जेंटीना से भी करीबी मैच में हार गईं, वहीं ब्राॅन्ज में ग्रेट ब्रिटेन से हार गईं।