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सुशील चानू को भरोसा, अमेरिका को मात देकर बनाएंगे टोक्यो ओलंपिक में जगह

भुवनेश्वर : भारतीय महिला हाॅकी टीम की नजरें अब टोक्यो ओलंपिक में जगह बनाने पर हैं। लेकिन विश्व की नौवें नंबर की इस टीम के लिए यह आसान नहीं रहने वाला क्योंकि इसके लिए उन्हें ओलंपिक क्वालिफायर में अमेरिका से भिड़ना है। हालांकि अनुभवी मिडफील्डर सुशील चानू पुखरमबम को पूरा भरोसा है कि हम अमेरिका को मात देकर टोक्यो ओलंपिक में जगह बनाने के लिए कामयाब होंगे।

सुशीला ने कहा, 'हम जानते हैं कि ओलंपिक में जब हमने 36 वर्षों बाद रियो में देश का प्रतिनिधित्व किया था तो उसका कैसा अनुभव था। लेकिन जब हम वहां से वापिस आए तो हम सभी का यही मानना था कि हमें खुद को और प्रोत्साहित करना होगा।' अनुभवी मिडफील्डर ने कहा, 'हमारा प्रयास है कि हम आगामी ओलंपिक के लिये हर संभव प्रयास कर क्वालीफाई कर सकें। हमने अगले ओलंपिक के बाद से अब तक अपने खेल में काफी सुधार किया है और हम अब ओलंपिक में जगह बनाने को लेकर द्दढ़ निश्चय कर चुके हैं।

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बता दें कि ओडिशा के कलिंगा हॉकी स्टेडियम में विश्व की 13वें नंबर की टीम अमेरिका से भारत का ओलंपिक क्वालिफायर मुकाबला खेला जाना है जिसके लिए पिछले काफी समय से सीनियर महिला टीम ट्रेनिंग कर रही हैं। सुशीला पिछले साल चोट के कारण दो बड़े टूर्नामेंटों से बाहर रहीं चानू लंबे अर्से बाद टीम में वापसी कर रही हैं। उन्होंने अपनी वापसी को काफी मुश्किल बताते हुये कहा, 'वर्ष 2018 में मुझे चोट लगी जो काफी लंबे समय तक रही और उस कारण से लंदन में मुझे महिला हॉकी विश्वकप 2018 और एशियन गेम्स 2018 तथा एएचएफ महिला चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर रहना पड़ा था। मेरा मनोबल काफी कम हो गया था और मुझे अपने ट्रेनर के साथ ही ट्रेनिंग करनी पड़ती थी।

सुशीला ने साल 2009 में पदार्पण करने के बाद से भारत के लिए 179 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और लगातार टीम का हिस्सा रही हैं। वह रियो ओलंपिक में टीम की कप्तान रही थीं। उन्होंने रियो ओलंपिक में अपने अनुभव को याद करते हुये कहा कि उनके लिये इस टीम की कप्तानी करना सम्मान की बात थी और वह दोबारा इसी तरह ओलंपिक में खेलना चाहती हैं। मणिपुर की हॉकी खिलाड़ी ने अमेरिका से क्वालिफायर मैच को लेकर कहा, 'हमारी विपक्षी टीम बहुत मजबूत है लेकिन हम भी उनका सामना करने को लेकर तैयार हैं। हमारे पास घरेलू मैदान पर खेलने का फायदा रहेगा और हमें अपने खेल पर भी पूरा विश्वास है।

Story first published: Tuesday, October 22, 2019, 18:34 [IST]
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