टोक्यो । भारतीय महिला हाॅकी टीम को सेमीफाइनल में अर्जेंटीना के हाथों 1-2 से हार का सामना करना पड़ा है। इसी के साथ टीम का गोल्ड मेडल जीतने का सपना टूट गया है, लेकिन भारतीय खेमे को अभी भी निराश होने की जरूरत नहीं क्योंकि टीम अभी भी देश के लिए मेडल ला सकती है। अब टीम ब्राॅन्ज मेडल के लिए ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ 6 अगस्त को लड़ेगी। भारत को अब ब्राॅन्ज मेडल के लिए रियो ओलंपिक खेल-2016 की गोल्ड मेडलिस्ट ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ मैच खेलना पड़ेगा, जिसे नीदरलैंड्स ने पहले सेमीफाइनल में 5-1 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। अब गोल्ड मेडल के लिए अर्जेंटीना व नीदरलैंड्स के बीच टक्कर होगी।
पहले हाॅफ में दोनों टीमें 1-1 गोल के साथ बराबरी पर थी, लेकिन दूसरे हाॅफ में अंर्जेटीना का दबदबा रहा। उन्होंने इस दाैरान एक गोल कर 2-1 की बढ़त बना ली, लेकिन इसके बाद भारत को गोल करने का माैका नहीं मिला। पहले क्वार्टर के दूसरे ही मिनट में पेनाल्टी कार्नर पर गुरजीत काैर ने भारत को 1-0 की लीड दिलाई। पहला क्वार्टर भारत के नाम ही रहा था, लेकिन दूसरे क्वार्टर में अर्जेंटीना ने जबरदस्त वापसी की।
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पहले क्वार्टर में एक गोल से बढ़त बनाने के बावजूद भारतीय हॉकी टीम लाभ नहीं उठा सकी। अर्जेंटीना की कप्तान मारिया नोएल बारिउंवो ने मैच के 18वें मिनट में पेनाल्टी कार्नर पर गोल करते हुए मैच बराबरी पर ला दिया। इसके बाक अर्जेंटीना ने भारत को वापसी करने का माैका नहीं दिया। फिर तीसरे क्वार्टर में मैच के 36वें मिनट में अर्जेंटीना ने फिर गोल दागते हुए 2-1 की बढ़त बना ली। इसके बाद भारत को कई बार गोल दागने के माैके मिले लेकिन उनकी कोशिश नाकाम होती गईं। अंत में हालांकि रोमांच देखने को मिला जब बचे 17 सेकंड के खेले में भारत ने पेनल्टी की मांग की। लगा कि भारत बराबरी कर सकता है, लेकिन रैफरी ने रिव्यू के बाद अर्जेंटीना के पक्ष में फैसला सुनाया। इसी के साथ भारतीय महिला टीम का फाइनल में जाने का सपना भी टूट गया।