नई दिल्ली। मनप्रीत सिंह अंतरराष्ट्रीय हॉकी में शीर्ष मिडफील्डर में से एक हैं जो टीम के लिए एक इंजन की तरह काम करते हैं। 29 वर्षीय मनप्रीत अपने नाम पर 259 अंतरराष्ट्रीय मैचों के अनुभव के साथ, आगामी टोक्यो ओलंपिक के लिए पुरुष हॉकी टीम का नेतृत्व करेंगे। वह टोक्यो ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम के साथ भारत के ध्वजवाहक भी होंगे।
मनप्रीत भारतीय दल के ध्वजवाहक नामित होने वाले छठे भारतीय हॉकी खिलाड़ी हैं। इससे पहले, लाल सिंह बोखारी (1932 लॉस एंजिल्स ओलंपिक), मेजर ध्यानचंद (1936 म्यूनिख ओलंपिक), बलबीर सिंह सीनियर (1952 हेलसिंकी ओलंपिक और 1956 मेलबर्न ओलंपिक), जफर इकबाल (1984 ओलंपिक), और परगट सिंह (1996 ओलंपिक) थे। इंडिया टुडे से भारतीय पुरुष हॉकी कप्तान मनप्रीत सिंह ने बात की और कई सवालों के जवाब दिए।
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उनसे सवाल किया गया कि ओलंपिक अब नजदीक है तो शिविर में माहाैल कैसा है? मनप्रीत ने जवाब देते हुए कहा, ''हर कोई ओलिंपिक का हिस्सा बनने को लेकर काफी उत्साहित है। ओलंपिक में अपने देश के लिए खेलना हर एथलीट का सपना होता है। हम सभी ने इस ओलंपिक के लिए बहुत धैर्यपूर्वक इंतजार किया है, क्योंकि यह एक साल के लिए स्थगित हो गया था।'' वहीं टीम की तैयारियों के सवाल पर कहा, ''हमारा ध्यान फिटनेस पर है क्योंकि हम दुनिया की शीर्ष टीमों के खिलाफ उतरेंगे और शायद ही कोई आसान मैच होगा। चूंकि साल के इस समय टोक्यो में मौसम बहुत गर्म होगा, इसलिए हम दोपहर में गर्मी के अभ्यस्त होने का अभ्यास कर रहे हैं।''
वहीं कप्तानी को लेकर आने वाली चुनाैतियों पर उन्होंने कहा, ''सच कहूं तो पिछला डेढ़ साल काफी चुनौतीपूर्ण रहा है। लेकिन यह हमारे लिए भेष बदलकर वरदान साबित हुआ। इसने हमें टीम बॉन्डिंग में मदद की। हमें एक-दूसरे के संघर्षों, उनके सफर और सपनों के बारे में पता चला। नतीजतन, टीम को बूस्ट किया जाता है, और लड़के मैदान में उतरने का इंतजार ज्यादा नहीं कर सकते।''