टोक्योः ओलंपिक में भारतीय महिला टीम का निराशाजनक प्रदर्शन जारी है। पूल ए के शुरुआती दो मैच हारने के बाद अब 28 जुलाई को भी इस टीम को ग्रेट ब्रिटेन के सामने हार का सामना करना पड़ा है। यह टोक्यो ओलंपिक में महिला हॉकी टीम की लगातार तीसरी हार है जहां उनको ग्रेट ब्रिटेन ने 4-1 से हराया है।
ग्रेट ब्रिटेन की लड़कियों को पहली स्ट्राइक करने में सिर्फ दो मिनट का समय लगा, गत चैंपियनों ने एक फील्ड गोल किया जिसने उन्हें भारत के खिलाफ 1-0 से आगे कर दिया।
ग्रेट ब्रिटेन ने पहले क्वार्टर में 79% से गेंद अपने कब्जे में बनाए रखी। भारत इस दौरान केवल उनके खेल का पीछा करता रहा। यह हर तरह से ग्रेट ब्रिटेन का क्वार्टर था, चाहे वे मैदान पर कब्जे के लिहाज से हो या फिर गोल के हिसाब से। इस क्वार्टर की समाप्ति पर भारत 0-1 से पिछड़ रहा था। दूसरे मिनट में हन्ना मार्टिन ने गोल किया।
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आगे भी ग्रेट ब्रिटेन का दबदबा जारी रहा, लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि भारत द्वारा कुछ खराब रणनीति भी अपनाई गई। इसका परिणाम ग्रेट ब्रिटेन के लिए एक और फील्ड गोल में चला गया क्योंकि उन्हें भारतीय सर्कल तक आसान पहुंचने दिया गया। हन्ना मार्टिन ने अपना दूसरा गोल हासिल करते हुए मैच को भारत की पकड़ से दूर ले जाने का काम किया।
इसी बीच शर्मिला देवी ने दूसरे क्वार्टर में पेनल्टी कार्नर से ग्रेट ब्रिटेन की बढ़त को 1-2 कर दिया। यहां भारत की वापसी हो सकती थी लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
लिली ओवस्ले ने ग्रेट ब्रिटेन के लिए भारत को खेल में और पीछे धकेलने के लिए स्कोर किया। भारत द्वारा खराब डिफेंस और प्लेयर-टू-प्लेयर मार्किंग का मुजायरा देखने को मिला। तीसरे क्वार्टर में भारत अब 1-3 से पीछे हो गया था। इसके साथ ही भारत बनाम ग्रेट ब्रिटने महिला हॉकी पूल गेम का तीसरा क्वार्टर समाप्त हो गया है, जिसमें गत चैंपियन ब्रिटेन 3-1 से आगे रहा।