अपने करियर का पहला सुपर सीरीज खिताब जीतने के लिए सायना ने रविवार को विश्व की तीसरी वरीयता प्राप्त चीन की लिन वांग को 12-21, 21-18, 21-9 से पराजित किया। सायना यह खिताब जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी हैं।आठवीं वरीयता प्राप्त सायना को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा था और उन्होंने इस अपेक्षाओं पर खरा उतरते हुए पहला सेट गंवाने के बाद शानदार वापसी की और 48 मिनट के भीतर यादगार जीत के साथ खिताब अपने नाम किया।टूर्नामेंट में छठी वरीयता प्राप्त खिलाड़ी के तौर पर खेल रहीं सायना ने सेमीफाइनल में चीन की लान लू को और क्वार्टर फाइनल में दक्षिण कोरिया की ह्ये यूंग ह्वांग को पराजित किया था।सायना की जीत को भारतीय बैडमिंटन जगत की सबसे बड़ी उपलब्धियों में गिना जा सकता है। प्रकाश पादुकोण और सायना के कोच पुलेला गोपीचंद ने ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप जीतकर देश का नाम रोशन किया था लेकिन 19 साल की सायना ने उसी के बराबर प्रतिष्ठित एक और खिताब जीतकर एक बार फिर देश का नाम रोशन किया है।सायना ने कहा, खुशी बयां करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। यह मेरा अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। मैं किसी टूर्नामेंट से पहले काफी मेहनत करती हूं। मुझे खुशी है कि आज मेरी मेहनत रंग लाई है। इस जीत ने मेरा आत्मविश्वास दोगुना कर दिया है। अब मैं हैदराबाद में होने वाली विश्व चैंपियनशिप पर ध्यान केंद्रित करूंगी।इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।*