नई दिल्ली। छत्रसाल स्टेडियम हत्याकांड को लेकर सुशील कुमार की स्थिति हर घटनाक्रम के साथ बदतर होती जा रही है, क्योंकि दो बार के ओलंपिक पदक विजेता अभी भी सलाखों के पीछे हैं। सुशील सागर धनखड़ की हत्या के मामले में जेल में है। कथित संपत्ति विवाद को लेकर सागर और उसके दो दोस्तों के साथ 4 और 5 मई की रात को स्टेडियम में कथित तौर पर मारपीट की गई थी। 23 वर्षीय सागर धनखड़ ने बाद में दम तोड़ दिया। सुशील के छिपे होने के कारण दिल्ली पुलिस ने बड़ी तलाशी के बाद सुशील को गिरफ्तार कर लिया।
मामले में दिल्ली पुलिस ने हत्या के मामले में 170 पन्नों की चार्जशीट दायर की है, जिसमें सुशील कुमार को मुख्य आरोपी के रूप में नामित किया गया है। उस पर हत्या, गैर इरादतन हत्या और अपहरण के आरोप हैं। पुलिस ने दावा किया है कि सुशील कुमार हत्या का मुख्य अपराधी और मास्टरमाइंड है और कहा कि इलेक्ट्रॉनिक सबूत हैं जिसमें उसे और उसके सहयोगियों को धनखड़ की पिटाई करते देखा जा सकता है।
Tokyo Olympics : भारतीय महिला हाॅकी टीम ने रचा इतिहास, सेमीफाइनल में बनाई जगह
सुशील को सह-आरोपी अजय कुमार सहरावत के साथ 23 मई को दिल्ली पुलिस ने पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया था। अधिकारियों ने कहा कि दो बार के ओलंपिक पदक विजेता लगभग 20 दिनों से अपनी गिरफ्तारी से बचने की कोशिश कर रहे थे और लगातार फरार चल रहे थे।
सुशील फिलहाल टोक्यो ओलंपिक को सलाखों के पीछे से देख रहे हैं। कुमार के वकील द्वारा जेल अधिकारियों के अनुरोध के बाद नई दिल्ली में तिहाड़ जेल के सामान्य क्षेत्र में एक टेलीविजन की व्यवस्था की गई है। दिल्ली जेलों के महानिदेशक संदीप गोयल ने संवाददाताओं से कहा, "हमने सुशील को उनके वार्ड के कॉमन एरिया में अन्य लोगों के साथ टेलीविजन देखने की अनुमति दी है।"