नई दिल्ली। भारत के स्टार कंपाउंड तीरंदाज अभिषेक वर्मा ने तुर्की के सैमसन में चल रहे तीरंदाजी विश्वकप में कोरिया के किम जोंगहो को हराकर सत्र के आखिरी विश्व कप फाइनल में ब्रॉन्ज मेडल जीता। वर्मा और ज्योति सुरेखा वी ने मिलकर नुमाइशी कंपाउंड मिक्स्ड टीम वर्ग में सिल्वर मेडल हासिल किया। फाइनल में वर्मा और सुरेखा की जोड़ी तुर्की से 152 - 159 से हार गई।
अभिषेक वर्मा ने कोरिया के किम जोंगहो को हराकर व्यक्तिगत स्पर्धा का ब्रॉन्ज जीता। इससे पहले अभिषेक और सुरेखा की जोड़ी ने तुर्की की जोड़ी से 152-159 से हारते हुए सिल्वर मेडल जीता।
अभिषेक ने 2015 में मैक्सिको में आयोजित अपने पहले वर्ल्ड कप फाइनल में सिल्वर मेडल जीतते हुए इतिहास रचा था, वह इस इवेंट में वर्ल्ड कप जीतने वाले पहले भारतीय कम्पाउंड तीरंदाज बने थे।
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अपने बच्चे को मानते हैं अपना लक:
वर्मा का कहना है कि फरवरी में उनके बेटे का दुनिया में आना उनके लिए लकी है। इंडोनेशिया एशियन गेम्स में सिल्वर मेडल जीतने वाले वर्मा ने कहा, 'मेरा छोटा बच्चा मेरे लिए लकी है। वह इसी साल पैदा हुआ है।' उन्होंने कहा कि आठ खिलाड़ियों में से किसी एक को ही गोल्ड मिलना था। ये बड़ा मेडल है, ये साल मेरे लिए अच्छा रहा है। मैंने इस साल हर इवेंट में मेडल जीता है। ये सभी ब्रॉन्ज मेडल रहे हैं, ये मेरा पांचवां ब्रॉन्ज है।'
आखिरी दिन रिकर्व तीरंदाज दीपिका कुमारी भारतीय चुनौती की अगुआई करेंगी, जो सातवीं बार यहां खेल रही हैं। वह वर्ल्ड कप फाइनल में चार बार सिल्वर मेडल जीत चुकी हैं।