नई दिल्ली। भारतीय मुक्केबाज सरिता देवी के लिए लगातार की जा रही कोशिशें आखिरकार रंग लायी और इंटरनेशनल बॉक्सिंग फेडरेशन(एआईबीए) ने भारतीय मुक्केबाज सरिता देवी पर नरमी दिखाते हुए उन पर एक साल का बैन लगा दिया है। सरिता देवी के साथ भारत के विदेशी कोच बी आई फर्नांडिज पर भी इंटरनेशनल बॉक्सिंग फेडरेशन(एआईबीए) ने बैन लगाया है, हालांकि कोच पर दो साल का प्रतिबंध लगा है।
इसके साथ ही लंबे अरसे से सरिता देवी के करियर को लेकर चल रही बहस फिलहाल के लिए बंद हो गई है और भारतीयों के मन में एक उम्मीद भी जगी हुई है कि साल 2016 में होने वाले ओलपिंक खेलों में सरिता देवी बॉक्सिंग करेंगी।
बॉक्सर सरिता देवी पर लगा फिलहाल एक साल का बैन
बॉक्सिंग इंडिया ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा था कि सरिता एक अक्टूबर 2014 से अक्टूबर 2015 तक किसी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भाग नहीं ले सकेगी और इसके अलावा उन पर 1000 स्विस फ्रेंक्स का जुर्माना भी लगाया गया है।
रियो ओलंपिक में भाग ले सकेंगी सरिता
गौरतलब है कि इसी वर्ष दक्षिण कोरिया के इंचियोन में संपन्न हुए एशियाई खेलों के दौरान विवादित सेमीफाइनल मुकाबले में हारने के बाद सरिता देवी ने पदक समारोह के दौरान कांस्य पदक लेने से इनकार कर दिया, जिसके कारण अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए एआईबीए ने उन्हें अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया था।
सरिता ने अपने व्यवहार पर माफी मांग ली थी
जिसके बाद से लगातार भारत की ओर से इंटरनेशनल बॉक्सिंग फेडरेशन(एआईबीए) से निवेदन किया जा रहा था कि वो सरिता पर लगे प्रतिबंध को वापस ले क्योंकि सरिता ने अपने व्यवहार पर माफी मांग ली है। सरिता के लिए भारत की कई जानी-मानी हस्तियों ने आवाज उठायी थी जिसमें भारत रत्न सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली जैसे दिग्गज भी शामिल हैं।
मुक्केबाज सरिता देवी ने कांस्य पदक स्वीकार किया
जबकि भारत के विदेशी कोच बी आई फर्नांडिज को सजा इसलिए मिली है क्योंकि जब सरिता देवी ने एशियाड में विरोध कर रही थी तो कोच उनके साथ खड़े थे। यहां आपको यह भी बता दें कि सरिता देवी ने पिछले बुधवार को भारतीय ओलंपिक संघ से अपना कांस्य पदक भी ग्रहण कर लिया था।