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जानिए, कौन हैं पैरा ओलंपिक में गोल्ड जीतने वाले मरियप्पन थंगावेलु?

By Brajesh Mishra

नई दिल्ली। पैरा ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का मान बढ़ाने वाले मरियप्पन थंगवेलु महज पांच साल की उम्र में अपनी एक टांग गंवानी पड़ी। वह अपने घर के बाहर खेल रहे थे जब एक बस ने उन्हें टक्कर मार दी। इस हादसे में उनकी दायीं टांग घुटने से नीचे पूरी तरह कुचली गई। उनका पैर पूरी तरह बेकार हो चुका था।

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मरियप्पन ने बताया कि घटना तब हुई जब वह घर के बाहर खेल रहे थे। नशे में धुत ड्राइवर ने बस से उनके पैर को कुचल दिया लेकिन मरियप्पन के हौसले को कोई नहीं रोक पाया। 21 साल के हो चुके मरियप्पन ने शुक्रवार को पैरा ओलंपिक में पुरुषों की टी42 हाईजंप में ऐसी छलांग लगाई कि पूरी दुनिया भारत के इस सितारे की मुरीद हो गई।

नशे में धुत ड्राइवर ने कुचला था पैर

नशे में धुत ड्राइवर ने कुचला था पैर

मरियप्पन ने बताया कि घटना तब हुई जब वह घर के बाहर खेल रहे थे। नशे में धुत ड्राइवर ने बस से उनके पैर को कुचल दिया लेकिन मरियप्पन के हौसले को कोई नहीं रोक पाया। 21 साल के हो चुके मरियप्पन ने शुक्रवार को पैरा ओलंपिक में पुरुषों की टी42 हाईजंप में ऐसी छलांग लगाई कि पूरी दुनिया भारत के इस सितारे की मुरीद हो गई।

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आज भी कोर्ट के चक्कर लगा रहा है परिवार

आज भी कोर्ट के चक्कर लगा रहा है परिवार

ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में हो रहे पैरा ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले मरियप्पन तमिलनाडु के सेलम जिले के पेरियावादागामपट्टी के रहने मरियप्पन की मां सरोजा सब्जियां बेचती हैं और मजदूरी करती हैं। पिता ने कई साल पहले उन्हें छोड़ दिया लेकिन उनका हौसला अडिग रहा। देश के लिए गोल्ड मेडल जीतने वाले मरियप्पन आज भी सरकारी ट्रांसपोर्ट कंपनी के खिलाफ कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगा रहे हैं।

नेशनल चैंपियनशिप में कोच सत्यनारायण ने देखा टैलेंट

नेशनल चैंपियनशिप में कोच सत्यनारायण ने देखा टैलेंट

मरियप्पन ने पढ़ाई के दौरान स्कूल-कॉलेज में कई मेडल जीते। पढ़ाई खत्म करने के बाद उन्होंने नौकरी की तलाश शुरू की लेकिन कामयाब नहीं रहे। हालांकि इस दौरान उन्होंने अपने सपनों को पूरा करने के लिए कोचिंग जारी रखी। मरियप्पन के कोच सत्यनारायण ने उनमें जीतने का जज्बा जगाया, जिसका नतीजा गोल्ड मेडल के रूप में मिला है। सत्यनारायण ने पहली बार नेशनल पैरा एथलेटिक्स चैंपयनशिप में उनका प्रदर्शन देखा था और तभी भांप लिया था कि वह कुछ बड़ा करेंगे। उस वक्त वह 18 साल के थे।

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1.78 मीटर की छलांग लगाकर बनाई थी जगह

1.78 मीटर की छलांग लगाकर बनाई थी जगह

साल 2015 में बेंगलुरु में ट्रेनिंग के दौरान वह सीनियर लेवल की प्रतियोगिता में दुनिया भर में नंबर वन बन गए। यह उनका पहला इस तरह का कंपटीशन था। उन्होंने आईपीसी ट्यूनीशिया ग्रांड प्रिक्स में 1.78 मीटर की छलांग लगाकर पैरा ओलंपिक में जगह बनाई थी।

पीएम से लेकर सीएम तक सब हुए मुरीद

पीएम से लेकर सीएम तक सब हुए मुरीद

पैरा ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के बाद मरियप्पन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और खेल मंत्री विजय गोयल के अलावा तमाम हस्तियां बधाई दे रही हैं। तमिलनाडु के खेल मंत्री पेरिया अरुप्पन ने भी फोन करके मरियप्पन और उनके कोच को बधाई दी साथ ही आने वाले दिनों में हर संभव मदद दिलाने का वादा भी किया।

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तमिलनाडु सरकार ने मरियप्पन को दो करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री जयललिता ने भी मरियप्पऩ की जीत पर खुशी जाहिर करते हुए बधाई दी है। केंद्र सरकार ने मरियप्पन को 75 लाख रुपये देने की घोषणा की है।

Story first published: Tuesday, November 14, 2017, 13:01 [IST]
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