नई दिल्ली। अगले महीने से इंडोनेशिया में शुरू हो रहे एशियन गेम्स को ध्यान में रखते हुए भारतीय ओलिंपिक संघ ने राष्ट्रीय खेल महासंघों से आगामी एशियाई खेलों के लिए अपने दलों में समान संख्या में पुरुष और महिला सहयोगी स्टाफ को नामांकित करने को कहा है। गौरतलब हो कि आईओए चाहता है कि भारतीय दल में पुरुष और महिला सहयोगी स्टाफ की संख्या समान हो।
आईओए के महासचिव राजीव मेहता ने कहा कि , 'कुछ खेलों के अलावा बाकी अन्य में पुरुष और महिला खिलाड़ियों का प्रतिनिधित्व लगभग बराबर है। कुछ खेलों (तलवारबाजी , बास्केटबाल और ताइक्वांडो) में सिर्फ महिलाएं हैं इसलिए हम पुरुष और महिला सहयोगी स्टाफ की संख्या लगभग बराबर चाहते हैं। उन्होंने कहा , 'शायद ऐसा नहीं हो कि पुरुष और महिला सहयोगी स्टाफ की संख्या बिलकुल बराबर हो लेकिन यह लगभग समान होनी चाहिए. अधिक अंतर नहीं होना चाहिए। इस बाबत उन्होंने एनएसएफ को यह जानकारी दे दी है। 'मेहता ने बताया कि एनएफस की ओर से नामित अधिकारियों की कुल संख्या 201 है लेकिन अंतिम संख्या का पता पुरुष और महिला सहयोगी स्टाफ के समान प्रतिनिधित्व के आईओए के निर्देश के बाद ही चलेगा।
उन्होंने कहा , 'एनएसएफ ने हमें कुल 201 स्टाफ का नाम दिया है और नियमों के अनुसार यह 163 होना चाहिए। हम इस संख्या में कटौती करेंगे लेकिन कुछ को महासंघों के खर्चे पर भेजने की सिफारिश (खेल मंत्रालय को) की जा सकती है. अंतिम दल का पता एक या दो दिन में चलेगा।