नई दिल्ली।18वें एशियाई खेलों के सातवें दिन भारत के हिस्से दूसरा मेडल भी स्क्वॉश के जरिए ही आया। कांस्य पदक पक्का कर चुकीं जोशना चिनप्पा को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा।जिसके बाद उन्हें ब्रॉन्ज से ही संतोष करना पड़ा। चिनप्पा को मलेशिया की सिवासांगरी सुब्रमण्यम ने 1-2 से हरा दिया। जोशना ने हांगकांग की लिंग हो चान को 3-1 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।
#AsianGames2018: Joshna Chinappa takes home bronze medal after losing to Malaysia's Sivasangari Subramaniam in women's singles squash semifinal. pic.twitter.com/3PAYFRjQH0
— ANI (@ANI) August 25, 2018
कॉमनवेल्थ में गोल्ड जीत चुकी हैं जोशना:
31 साल की जोशना को विश्व पटल पर पहचान तब मिली जब उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स 2014 के डबल इवैंट में गोल्ड जीता था। इसके अलावा इसी साल हुई गोल्डकोस्ट कॉमनवैल्थ गेम्स में भी जोशना ने सिल्वर मेडल जीता था। जोशना अभी स्क्वाश रेटिंग में 17वें नंबर पर हैं। करीब 15 साल पहले उन्होंने प्रोफेशनल स्तर पर खेलना शुरू किया था। एशियन स्क्वैश, एनएससी सीरीज, ब्रिटिश जूनियर ओपन, एशियन जूनियर, वल्र्ड जूनियर चैम्पियन के अलावा सैफ गेम्स, मलेशिया जूनियर में भी वह जीत चुकीं हैं।
2003 में अंडर 19 की कैटेगरी में ब्रिटिश स्क्वॉश चैम्पियनशिप जीतने वाली वे प्रथम भारतीय महिला बनीं। वे भारत की सबसे कम उम्र की नैशनल चैंपियन भी हैं।
बता दें कि ग्लासगो में 20 वें कामनवेल्थ खेलों में जोशना चिनप्पा एवं दीपिका पल्लीकल की जोड़ी ने 2014 में स्क्वैश में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा। भारतीय जोड़ी ने इंग्लैंड के स्क्वैश में वर्चस्व को तोड़ते हुए फाइनल में जेनी डुनकाफ एवं लाडरा मसारो की जोड़ी को लगातार 11-6, 11-7 से हराकर जीत हासिल की थी। भारत नें इससे पहले स्क्वैश खेल में कोई भी पदक हासिल नहीं किया था।