नई दिल्ली। तपस्या और परित्याग से एक सच्चा खिलाड़ी जन्म लेता है।इन पंक्तियों को चरितार्थ कर रहे भारतीय तैराक साजन प्रकाश। केरल में आई बाढ़ में उनके परिवार की खबर नहीं है लेकिन वह फिर भी इंडोनेशिया में एशियन गेम्स के तैराकी प्रतिस्पर्धा में भाग लेने गए। राज्य में आई बाढ़ के बाद उनके घरवाले कहां और किस सूरत मे हैं लेकिन जकार्ता के स्विमिंग पूल मे उन्होंने इतिहास रच दिया।
खजान सिंह के रिकॉर्ड की बराबरी:
एशियन गेम्स के पहले दिन भारत से तैराक साजन प्रकाश एशियाड में 200 मीटर बटरफ्लाई के फाइनल में क्वालिफाई किया ,यही नहीं उन्होंने साल 1986 के एशियाड में खजान सिंह के रिकॉरड की बराबरी कर ली है।खजान सिंह ने इस इवेंट में सिल्वर मेडल जीता था।खजान सिंह का यह रिकॉर्ड 32 साल पुराना है।
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घरवालों पर ध्यान:
24 साल के साजन खेल समाप्त होने के बाद बताया कि उनका ध्यान अब इस वक्त केरल में आई बाढ़ में फंसे अपने घरवालों पर है जिनके बारे में उन्हें कोई खबर नहीं है। साजन को उनकी मां ने बताया कि साजन की नानी और मामा के परिवार को इडुकी से रेसक्यू तो किया जा चुका है लेकिन वे लोग कहां हैं इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई उनके प्रदर्शन पर कोई असर ना पड़ेइसलिए उन्हें इस बात की खबर नहीं दी गई।साजन अब अपने परिवारवालों का पता लगाने में जुटे हैं।