नई दिल्ली: फाइनल में बजरंग पुनिया के हार के बाद रवि दहिया ने ताजिकिस्तान के हिकमतुलो वोहिदोव को 10-0 से मात देकर भारतीय फैंस को खुश करने के पर्याप्त कारण दे दिए हैं। एशिया चैम्पियनशिप में रेसलर दहिया ने अपने प्रतिद्वंदी को 57 किलोग्राम भार वर्ग में मात देकर गोल्ड मेडल जीत लिया।
दहिया ने पहले ही दौर में अपने सबसे मुश्किल प्रतिद्वंद्वी का सामना किया जब 2017 के विश्व चैंपियन जापान के युकी ताकाहाशी से उनका मुकाबला हुआ। सच तो यह है कि दहिया दिन में हुए अपने सभी चार मुकाबलों में बिना थके हुए शानदार उर्जा से भरे नजर आए।
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दहिया ने 0-4 से रैली करके ताकाहाशी के खिलाफ सनसनीखेज ढंग से वापस पलटवार कर दिया । उन्होंने दूसरे पीरियड में चार अंक का थ्रो कर लेवल ड्रॉ कर दिया । इसके बाद उन्होंने ताकाहाशी को 14-5 से पीछे कर प्रतियोगिता पर पूरा नियंत्रण कर लिया । वह अपने हमलों के साथ शानदार थे और तंग स्थितियों से बचने में लचीलापन दिखाया ।
आक्रामकता दहिया का जीत का सिलसिला पूरे दिन जारी रही । क्वार्टर फाइनल में मंगोलियाई बजार्गल टग्स के खिलाफ दहिया ने पहले पीरियड में 2-3 से पिछड़ने के लिए दो अंक दिए । ब्रेक के बाद दहिया ने हालांकि कदम आगे बढ़ाया और प्रतिद्वंदी के पैरों के लिए चले गए, आखिरकार उन्हें दो मिनट से शेष रहने से पहले नीचे गिराने में कामयाब रहे।
दहिया का सेमीफाइनल में मुकाबला कजाकिस्तान के नूरइस्लाम सनायेव के खिलाफ था और उन्होंने डबल लेग अटैक के साथ स्कोर किया। दहिया के पैरों को पकड़ने की सनायेव की कोशिश भी सफल नहीं हो सकी क्योंकि भारतीय पहलवान उनकी पकड़ से फिसल गए। उसके बाद एक दूसरे टेकडाउन के साथ ही दहिया की लीड 4-0 पहुंच गई और उन्होंने बाद में यह मुकाबला 7-2 से जीत लिया।