गोल्फ़ की दुनिया में उनकी रैंकिंग 450 है लेकिन उन्होंने सबको पछाड़ते हुए ये प्रतियोगिता जीत ली.उल्लेखनीय है कि 2002 में भी अर्जुन अटवाल यूरोपीयिन चैंपियनशिप जीतने वाले पहले भारतीय बने थे.जीतने के बाद मीडिया से बातचीत में अर्जुन अटवाल ने कहा,'' मुझे अच्छा लग रहा है. फ़ाइनल पुट से पहले मैं घबराया हुआ था लेकिन मुझे खुशी है कि ये सही रहा.''
हालांकि पिछले कुछ समय से उनका प्रदर्शन ख़राब चल रहा था और वो फॉर्म में नज़र नहीं आ रहे थे.अर्जुन अटवाल भारतीय गोल्फ़ के तीन बड़े नामों में से एक हैं. उनके अलावा जीव मिल्खा सिंह और ज्योति रंधावा भी गोल्फ़ की दुनिया के जाने माने नाम हैं.