नई दिल्ली। लोक सभा चुनाव से पहले भाजपा नीत राजग सरकार ने अपने कार्यकाल का अंतिम आम बजट पेश किया।इस बजट के जरिए सरकार ने सभी को साधने की कोशिश की है। इनकम टैक्स में रियायत और अन्य कई बड़े एलान के बाद पीयूष गोयल ने खेल बजट के जरिए भी सभी को खुश करने की कोशिश की।
खेल और युवा कार्य मंत्रालय के लिए बजटीय आवंटन में चालू वित्त वर्ष के संशोधित अनुमान की तुलना में करीब 200 करोड़ रुपए (दस प्रतिशत से कुछ अधिक) की बढ़ोतरी की गई है। 2018-19 के लिए संशोधित अनुमान में यह राशि 1981.03 करोड़ रुपए के बाद इस साल यह बढ़कर 2181.90 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
प्रोत्साहन और पुरस्कार की राशि भी बढ़ी:
पिछले बजट के संशोधित अनुमान में 316.93 करोड़ और 2017-18 में 299.27 करोड़ रुपए थी जो इस साल बढ़ाकर 411 करोड़ रुपए कर दी गई है। इसमें खिलाड़ियों को प्रोत्साहन राशि 63 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 89 करोड़ रुपए किया गया है। राष्ट्रीय खेल विकास कोष को भारी आवंटन दिया गया है। दो करोड़ रुपए से बढ़ाकर यह राशि 68 करोड़ रुपए कर दी गई है।
साइ की हुई बल्ले-बल्ले:
भारतीय खेल प्राधिकरण यानी साइ को पिछले साल 395 करोड़ आवंटित हुआ था जबकि इस बार यह 450 करोड़ रुपए कर दिया गया है।साइ के लिए 95 करोड़ का इजाफा किया गया है।
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राष्ट्रीय खेल महासंघों पर कम ध्यान!
एनएसएफ को 245.13 करोड़ रुपए दिए गए थे जिन्हें अब 245 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। खेलमंत्री और ओलंपिक पदक विजेता राज्यवर्धन सिंह राठौड़ की पहल पर शुरू किए गए खेलो इंडिया कार्यक्रम के लिए बजट 550.69 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 601.00 करोड़ रुपए कर दिया गया है।