नई दिल्ली। क्राइम ब्रांच की टीम सोमवार को हत्या के आरोपी पहलवान सुशील कुमार को सागर राणा हत्याकांड में और सबूत जुटाने के लिए हरिद्वार ले गई। दो बार के ओलंपिक पदक विजेता 23 वर्षीय सागर राणा की मृत्यु के बाद हरिद्वार भाग गए थे।
इंडिया टुडे के सूत्रों ने पुष्टि की है कि 37 वर्षीय सुशील जांच में सहयोग नहीं कर रहा था और उसका मोबाइल अभी तक हाथ नहीं लगा है। माना जा रहा है कि सुशील ने हरिद्वार में ही अपना मोबाइल फोन रखा है। साथ ही पुलिस घटना की रात सुशील के पहने कपड़ों की भी तलाश कर रही है। सुशील कुमार अपने इस बयान पर अडिग हैं कि सागर को मारने का मकसद नहीं था और उन्होंने लड़कों को सिर्फ पीटने के लिए बुलाया था। जांच के दौरान, उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि सागर छत्रसाल स्टेडियम के लड़कों को खराब कर रहे थे। हालांकि हकीकत यह है कि सागर स्टेडियम में सुशील की पकड़ को चुनौती दे रहे थे।
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पुलिस को अभी सागर राणा की हत्या के असली मकसद का पता नहीं चल पाया है लेकिन जांच के दौरान एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। गैंगस्टर काला जत्थेदी के रिश्तेदार सोनू महल ने मार्च में एक फ्लैट पार्टी का आयोजन किया था और उनकी एक महिला मित्र को भी आमंत्रित किया गया था। सोनू और सागर के न होने पर सुशील कुमार का सहयोगी अजय फ्लैट पर पहुंचा। सुशील ने फ्लैट में सोनू की महिला मित्र और रसोइया को बेरहमी से गाली देते हुए पाया।
युवती ने अजय के जाने के बाद सोनू और सागर को घटना की जानकारी दी। सोनू महल ने सुशील कुमार को फोन किया और कोच के हस्तक्षेप करने से पहले उन्हें और अजय को गाली दी और मामले को सुलझाने में उनकी मदद की। पता चला है कि उसी कोच ने सोनू और सागर से फ्लैट भी खाली करवाया था। घटना के बाद से ही दोनों गैंग के बीच विवाद शुरू हो गया था।