नई दिल्ली। हरियाणा के भिवानी जिले में रहने वाली 29 वर्षीय भारतीय महिला पहलवान बबीता फोगाट हाईकोर्ट पहुंच चकी है। बबीता ने मांग की है कि उन्हें खेल कोटा के अनुसार पुलिस में डीएसपी के पद पर नियुक्त करना चाहिए। उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर कर कहा कि उन्होंने गीता फोगोट से ज्यादा मैडल जीते हैं तो फिर उन्हें डीएसपी क्यों नहीं बनाया गया। गीता को अदालत के हस्तक्षेप के बाद अक्टूबर 2016 में हरियाणा सरकार डीएसपी नियुक्त किया गया था।
दंगल गर्ल व कॉमनवेल्थ की स्वर्ण पदक विजेता बबीता फोगाट ओर से दायर याचिका पर हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार के खेल व युवा मामलों के सचिव को 9 मई के लिए नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। बबीता फिलहाल वर्तमान में हरियाणा पुलिस में सब-इंस्पेक्टर हैं. बबीता को तत्कालीन भूपेंद्र हुड्डा सरकार में साल 2013 में सब इंस्पेक्टर बनाने की घोषणा की थी। बबीता ने बताया कि उन्होंने प्रमोशन के लिए दो आधार बनाए हैं। इनमें एक उनकी अभी तक की सभी उपलब्धियां और दूसरा, बहन गीता फोगाट से ज्यादा उनके मेडल। जब उनके पास गीता से ज्यादा मेडल हैं, तो वह एसआई के पद पर क्यों रहे, सरकार उसे प्रमोशन क्यों नहीं दे रही है।
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बता दें कि हरियाणा सरकार ने नई पाॅलिसी लागू की है जिसके तहत स्वर्ण पदक विजेताओं को डीएसपी नियुक्त किया जाएगा। बबीता ने वर्ष 2010 में नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीता था। उन्होंने 2014 ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स और 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीता। वह रियो ओलंपिक 2016 में भारतीय पहलवानों के दस्ते का भी हिस्सा थीं। हालांकि उन्हें अभी तक ओलंपिक में कोई पदक नहीं मिला है।