नई दिल्ली। भारत की युवा महिला पहलवान निशा दहिया की मौत की खबर ने एक दिन पहले खेल जगत को सदमे में भर दिया लेकिन कुछ समय बाद ही पता चला कि यह पूरा मामला गलत पहचान का है। दरअसल बुधवार को एक खबर आयी जिसमें निशा दहिया और उनके भाई की गोली मारकर हत्या की बात कही गई, हालांकि बाद में खुद निशा ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया से पूरी तरह से ठीक होने की पुष्टि की। निशा दहिया ने बताया कि वह इस समय गोंडा में हैं और पूरी तरह से सुरक्षित हैं। महिला पहलवान निशा दहिया की मौत की खबर सामने आने के एक दिन बाद ही अब उनके फैन्स के लिये एक और अच्छी खबर सामने आयी है।
निशा दहिया ने गुरुवार को 65 किग्रा भारवर्ग में महज 30 सेकेंड में जीत हासिल कर नेशनल चैम्पियनशिप का खिताब अपने नाम कर लिया है। निशा दहिया ने फाइनल मैच में पंजाब की जसप्रीत कौर को मात देकर जीत हासिल की। अडंर 23 की रेसलिंग वर्ल्ड चैम्पियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली निशा दहिया रेलवेज की तरफ से खेल रही थी और उन्होंने सेमीफाइनल मैच में हरियाणा की प्रियंका को मात दी।
न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए अपना तीसरा नेशनल गोल्ड मेडेल जीतने वाली निशा दहिया ने कहा,'यह सच में मेरे लिये खुशियों के साथ कैंपेन का अंत रहा, मैं कल काफी परेशान थी और सो नहीं सकी थी, मैं पहले ही वजन कम करने की वजह से कमजोर महसूस कर रही थी और जो कल हुआ उसने साबित कर दिया कि मेरे लिये इतना कुछ झेल पाना मुश्किल था।'
उल्लेखनीय है कि बुधवार को सोनीपत जिले में निशा और उसके भाई के गोली मार देने की खबर सामने आयी थी लेकिन बाद में उन्होंने साफ कर दिया कि वो बिल्कुल ठीक हैं। नेशनल चैम्पियनशिप के फाइनल मैच में निशा ने अपने दांव से साफ कर दिया कि वह विपक्षी टीम के लिये काफी खतरनाक हैं, वह जसप्रीत कौर के लेग अटैक्स पर टिकी रही और महज 30 सेकेंडस में ही मैच को खत्म कर दिया।
उन्होंने आगे बात करते हुए कहा,'जाहिर सी बात है कि एक खिलाड़ी चाहता है कि उसके बारे में लोग बात करें लेकिन मैं उनमें से नहीं हूं और इस तरह से तो बिल्कुल भी नहीं। मैं लोगों के बीच अपने प्रदर्शन के जरिये पहचान बनाना चाहती हूं लेकिन ऐसी दुर्घटनाओं के चलते चर्चा का विषय नहीं बनना चाहती। कल मुझे इतनी सारी कॉल आयी कि अपना फोन स्विच ऑफ करना पड़ा। यह लगातार चिंता का विषय बन रहा था और मैं मैच के लिये फोक्सड रहना चाहती थी। अच्छा यह रहा कि इससे मेरे प्रदर्शन पर कोई फर्क नहीं पड़ा।'