नई दिल्ली। पैरालंपिक ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के बावजूद दीपा मलिक को राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कारों में नामांकित नहीं किए जाने से मलिक ने खुलकर नाराजगी जाहिर की है। मलिक पहली भारतीय पैरालंपिक खिलाड़ी हैं जिन्होंने ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता है।
दरअसल खेल रत्न पाने वाले खिलाड़ियों का चयन करने वाली कमेटी ने गुरुवार को पैरापंपिक गोल्ड मेडलिस्ट देवेंद्र झाझरिया के नाम की तो सिफारिश की लेकिन दीपा का नाम इस लिस्ट से गायब था। इस लिस्ट में भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान सरदार सिंह का नाम भी शामिल है। जिसके बाद दीपा मलिक ने मीडिया में सामने आकर कहा कि यह हैरान करने वाली बात है कि इस लिस्ट में मेरा नाम नहीं है, मेरे आवेदन पर फिर से विचार करना चाहिए। इसके लिए मैं खेल मंत्री और मेल करुंगी।
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वहीं मीडिया में आ रही खबरों का खंडन करते हुए दीपा ने कहा कि मैं अपनी बात लोकतांत्रित देश में सरकार के सामने रखूंगी, इसके लिए मैं कोर्ट का रुख नहीं करने जा रही हूं। गौरतलब है कि दीपा मलिक को पहले ही पद्म श्री मिल चुका है। उन्होंने 2016 को ब्राजील में हुए रियो पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीता था। रियो पैरालंपिक में भारत के कुल 19 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था जिसमें भारत को 2 गोल्ड एक रजत जबकि एक कांस्य पदक हासिल हुआ था।