नई दिल्ली। दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में 23 वर्षीय पहलवान सागर राणा की हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की जांच में पहलवान सुशील कुमार ठीक से सहयोग नहीं कर रहे हैं। सुशील को छत्रसाल स्टेडियम में हुए विवाद में कथित संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के बाद सोमवार को छह दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया था। दिल्ली के मुंडका इलाके में दिल्ली पुलिस ने सुशील और उसके सहयोगी अजय कुमार को गिरफ्तार किया था।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम सुशील को जांच के लिए मंगलवार को घटना स्थल नई दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में ले गई थी। जांच के तहत सुशील को उनके मॉडल टाउन स्थित आवास पर भी ले जाया गया। दिल्ली पुलिस के अनुसार, सुशील गैंगस्टरों के साथ अपने कथित संबंधों के बारे में कोई जानकारी नहीं दे रहा है। सूत्रों के अनुसार, अब पुलिस आरोपियों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ करेगी।
सागर राणा की मौत और हत्या के मामले में सुशील की कथित संलिप्तता ने दिल्ली के बदमाश नीरज बवाना के साथ गठजोड़ को सामने ला दिया है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि वह मशहूर पहलवान सुशील कुमार और कुख्यात गैंगस्टर नीरज बवाना के बीच संबंधों की जांच कर रही है, जो कथित तौर पर तिहाड़ जेल से अपना साम्राज्य चलाता है। 4 मई को सागर पर हमला होने पर बवाना का हाथ होने का संदेह है। सुशील के साथ जो स्कोर्पियो कार आई थी, उसमें जेल में बंद गैंगस्टर नीरज के गुर्गे थे। लेकिन सुशील ने अभी तक इस मामले पर चुप्पी साधी हुई है। वह जांच में ठीक से सहयोग नहीं दे रहे हैं।
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दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच हर एंगल से जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या सुशील कुमार का ऐसे गैंगस्टरों से कोई संबंध था, जिन्होंने गिरफ्तारी से पहले सुशील की मदद की होगी। क्राइम ब्रांच की टीम भी फोरेंसिक विशेषज्ञों की मदद से घटनास्थल से सबूत जुटा रही है।
इससे पहले मंगलवार को पूछताछ के दौरान, दो बार के ओलंपिक पदक विजेता ने कहा कि वह केवल पहलवानों के बीच चल रही लड़ाई को खत्म करने के लिए बीच में गए थे। इस बीच, सुशील को मंगलवार को भारतीय रेलवे की नौकरी से निलंबित कर दिया गया। उत्तर रेलवे के एक वरिष्ठ वाणिज्यिक प्रबंधक, ओलंपिक पदक विजेता कुमार को दिल्ली सरकार ने स्कूल स्तर पर खेल के विकास के लिए छत्रसाल स्टेडियम में एक विशेष कर्तव्य अधिकारी (ओएसडी) के रूप में तैनात किया था।