अगरतला। रियो ओलंपिक में सफलता का नया पैमाना तय करने वाली जिमनास्ट दीपा करमाकर भेंट में मिली बीएमडब्ल्यू कार को अगरतला में नहीं रख सकती हैं क्योंकि वहां की सड़कें इतनी महंगी कार के लिए सही नहीं है और उसके अलावा दीपा का कहना है कि वो इतनी महंगी कार को मेंटन नहीं कर सकती हैं इसी वजह से वो BMW को अपने पास रखने में डर रही हैं।
अगर ये नहीं होते तो शायद सचिन- विराट और सिंधु भी नहीं होते..
लेकिन इसका मतलब ये ना निकाला जाए कि मैं अपने पुरस्कार को लौटा रही हूं और किसी का अपमान कर रही हूं, बल्कि दीपा ने मीडिया में आई उन खबरों का खंडन किया जिसमें कहा जा रहा है कि वह भेंट में मिली कार चामुण्डेश्वरनाथ को लौटाना चाहती हैं।
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सारे संदेहों को दूर करते हुए दीपा ने कहा कि त्रिपुरा में बीएमडब्ल्यू का न तो कोई शोरुम है और न ही कोई सर्विस सेंटर। अगर कार चलाते समय इसमें कोई गड़बड़ी हो जाती है तो मैं उसका मरम्मत कैसे करवाऊंगी?
कार के बदले में नकद की बात
मेरे कोच बिशेश्वर नंदी ने चामुण्डेश्वनाथ से इन सब बातों पर चर्चा की। उन्होंने मुझे भेंट की गई कार की कीमत के बराबर धनराशि मेरे बैंक खाते में जमा करवाने पर सहमति व्यक्त की है। वह हमें इस बीएमडब्ल्यू कार के बदले जो भी राशि भेंट करेंगे हमें खुशी होगी।
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मालूम हो कि रियो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाली जिमनास्ट दीपा करमाकर, सिल्वर गर्ल पीवी सिंधु और रेसलर साक्षी मलिक और सिंधु के कोच पुलेला गोपीचंद को हैदराबाद जिला बैडमिंटन संगठन के अध्यक्ष वी. चामुंडेश्वरनाथ बीएमडब्ल्यू कार तोहफे में दी थी। इन सभी को मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने कार की चाबी गिफ्ट की थी।