नई दिल्ली। भारत के तेज धावकों में शामिल महिला स्प्रिंटर दुती चंद ने दावा किया है कि टोक्यो ओलिम्पिक की तैयारियों के लिये उन्हें मदद नहीं मिल रही है। दुती चंद ने दिल्ली एनसीआर मेंं आयोजित इकरामा लिटरेचर फेस्टिवल में अपनी किताब 'फ्रॉम द हर्ट' का अनावरण किया और उस पर चर्चा के दौरान दुती चंद ने बताया। यह इस लिटरेचर फेस्टीवल का दूसरा संस्करण है और इस कार्यक्रम के दौरान भारत के दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण, इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर की किताबों पर भी सत्र आयोजित किए गए।
और पढ़ें: 1st ODI, IND vs WI: 6 गेंदबाज भी नहीं पड़ रहे काफी, हार के बाद जानें क्या बोले विराट कोहली
दुती चंद ने कहा,'महिला खिलाड़ियों से अधिक कॉम्पिटिशन नहीं मिल पाने के कारण मुझे भुवनेश्वर में पुरुष खिलाड़ियों के साथ ट्रेनिंग लेनी पड़ रही है। जिसके चलते मुझे टोक्यो ओलिम्पिक 2020 की तैयारी के लिये सही ट्रेनिंग नही मिल रही है।'
दुती चंद ने वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में भारत को ऐतिहासिक स्वर्ण पदक दिलाया था।
दुती चंद ने अपनी किताब के अनावरण में रखे गये सेशन के दौरान अपने समलैंगिंक रिश्ते को लेकर भी खुलकर बात की। दो दिवसीय इस समारोह के दूसरे दिन भी खेल और खेल हस्तियों से जुड़ी किताबों का विमोचन और चर्चा की जाएगी।
फेस्टिवल के पहले दिन का पहला सत्र लक्ष्मण की आत्मकथा '281 बियोंड' पर था जिसमें इस किताब के सह-लेखक और वरिष्ठ पत्रकार आरए. कौशिक और लक्ष्मण के साथ भारतीय टीम का हिस्सा रह चुके बाएं हाथ के स्पिनर मुरली कार्तिक ने चर्चा में हिस्सा लिया।
इनके अलावा मोंटी पनेसर की आत्मकथा 'द फुल मोंटी' पर भी सत्र आयोजित किया गया। मोंटी ने अपनी किताब में अपने क्रिकेट करियर के अलावा जीवन में सामने आई मानसिक बिमारी का भी जिक्र किया है।