नई दिल्ली। भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले तोहफों और प्रतीक चिन्हों का ई-ऑक्शन कराया जा रहा है। इस नीलामी में ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों में भारत के लिये पदक जीतने वाले खेल जगत के दिग्गज खिलाड़ियों की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिये गये तोहफे भी शामिल हैं। इसमें टोक्यो ओलंपिक और पैरालंपिक्स में खिलाड़ियों की ओर से इस्तेमाल किया गये खेल के उपकरणों पर भी बोली लगाई जा रही है। शुक्रवार को शुरू हुई यह नीलामी 7 अक्टूबर तक चलने वाली है।
इस नीलामी का दूसरा दिन सबसे ज्यादा पैसा इकट्ठा करने वाला दिन बना। टोक्यो ओलंपिक में भारत को एथलेटिक्स का पहला गोल्ड मेडल दिलाने वाले नीरज चोपड़ा का भाला और बॉक्सिंग में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली लवलिन बोरगोहेन के ग्ल्वस को 10-10 करोड़ की रकम मिली।
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वहीं पर पैरालंपियन सुमित अंतिल जिन्होंने टोक्यो में विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए गोल्ड मेडल जीता था उन्होंने भी पीएम मोदी को अपना भाला गिफ्ट किया था। नीलामी में इस भाले को भी 3 करोड़ रुपये की रकम मिली है। इनके अलावा कुछ और पदक विजेता खिलाड़ियों को भी अच्छी खासी रकम मिली है। पीवी सिंधु के बैडमिंटन रैकेट और बैग के अलावा भारतीय महिला टीम के हस्ताक्षर किये हुए हॉकी स्टिक की भी बोली लगी है। मौजूदा समय में पीवी सिंधु के रैकेट को मिली सबसे बड़ी बोली 2 करोड़ 20 लाख की है तो वहीं पर हॉकी स्टिक के लिये एक करोड़ 500 रुपये की बोली लगाई गई है।
गौरतलब है कि नीरज चोपड़ा के भाले का बेस प्राइस 1 करोड़ रुपये था तो वहीं पर लवलीना के ग्ल्वस की कीमत 80 लाख रुपये रखी गई थी।
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पीआईबी ने जारी किये हुए रिलीज में कहा,'ई ऑक्शन से मिली राशि का इस्तेमाल नमामि गंगे मिशन के तहत गंगा को बचाने और फिर से बनाने के लिये किया जायेगा।'
आपको बता दें कि नीरज चोपड़ा ने टोक्यो में खेले गये ओलंपिक खेलों में गोल्ड मेडल जीता था तो वहीं पर लवलीना बोरगोहेन असम की ओर से ओलंपिक जीतने वाली पहली एथलीट बनी थी तो जिन्होंने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था। वहीं पर पीवी सिंधु ने टोक्यो गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर लगातार 2 ओलंपिक खेलों में पदक जीतने का रिकॉर्ड अपने नाम किया।