नई दिल्ली। खेल मंत्री किरेन रीजीजू को पैरालम्पियन निशानेबाज और कोच नरेश कुमार शर्मा ने खत के जरिए इंसाफ पाने की गुहार लगाई है। पांच बार पैरालिंपिक, चार बार पैरा एशियाई खेल और विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके नरेश ने भारतीय खेल प्राधिकरण(साइ) पर गंभीर आरोप लगाते हुए अर्जुन अवार्ड लाैटाने का फैसला भी किया है। नरेश ने किरेन रीजीजू को खत लिखते हुए बताया कि पिछले तीन महीने में साइ ने मेरे साथ अपराधी की तरह बर्ताव किया, जिस कारण उनकी नाैकरी भी चली गई।
रीजीजू को पत्र में नरेश ने लिखा कि उन्होंने जब एक प्रशिक्षु को कहा कि साइ के नियमों के तहत रेंज पर निजी कोच नहीं आ सकता तो उनके खिलाफ उसने यौन उत्पीड़न के आरोप लगा दिए। जिस वजह से उनकी नौकरी चली गई और वह अपने बच्चों की स्कूल फीस तक नहीं भर पा रह हैं। उन्होंने पत्र में लिखा कि भारी मन से मैंने अर्जुन पुरस्कार और 50 हजार रुपए का चेक लौटाने का फैसला किया है, क्योंकि पिछले तीन महीने में भारतीय खेल प्राधिकरण के अधिकारियों ने मेरे साथ बहुत बुरा बर्ताव किया है। बता दें कि नरेश पैरा निशानेबाज हैं जिन्हें 1997 में अर्जुन पुरस्कार मिला था।
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उन्होंने कहा कि पिछले तीन महीने में साइ ने मेरे साथ अपराधी की तरह बर्ताव किया। मेरे खिलाफ एक प्रशिक्षु ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए। इसपर साइ की तत्कालीन महानिदेशक नीलम कपूर ने विशाखा गाइडलाइंस के तहत जांच शुरू कराई थी, लेकिन शर्मा ने कहा कि वह तीन महीने से रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। शर्मा ने कहा कि साइ ने मुझे जवाब नहीं दिया। मैं छठा पैरालिंपिक नहीं खेल सका। उन्होंने कहा कि व्यवस्था पर से उनका भरोसा उठ गया है।