नई दिल्ली। एशियन गेम्स में भारत के लिये 2 पदक जीतने वाले भारतीय घु़ड़सावर फवाद मिर्जा ने शुक्रवार को 20 साल का सूखा खत्म करते हुये इतिहास रच दिया। भारतीय घुड़सवार फवाद मिर्जा ने क्वॉलिफायर्स में टॉप पर रहते हुए भारत के लिये 20 साल बाद ओलम्पिक कोटा हासिल करने वाले पहले इक्वेस्टेरियन खिलाड़ी बन गए हैं। हालांकि इस बाक की आधिकारिक पुष्टि अंतरराष्ट्रीय घुड़सवारी महासंघ (एफईआई) 20 फरवरी को करेगा जब सभी क्वॉलीफायर्स की अंतिम सूची जारी की जाएगी।
फवाद इस महीने यूरोपीय टूर खत्म होने के बाद दक्षिण पूर्व एशिया और ओसियाना ग्रुप जी की रैंकिंग में टॉप पर पहुंच गए हैं। फवाद मिर्जा से पहले सिर्फ 2 भारतीय खिलाड़ियों ने ओलम्पिक खेलों में घुड़सवारी करते हुए भारत का प्रतिनिधित्व किया था। साल 200 में सिडनी में हुए ओलम्पिक खेलों में इम्तियाज अनीस और 1996 के अटलंटा में हुए ओलम्पिक खेलों में दिवंगत विंग कमांडर आईजे लांबा ने ही इक्वेस्टेरियन में भारत का प्रतिनिधित्व किया था।
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फवाद ने साउथ ईस्ट एशिया-ओसेनिया में चल रहे ओलम्पिक क्वॉलीफायर के एकल वर्ग के ग्रुप-जी में 64 अंक लेकर पहला स्थान हासिल किया और देश के लिये 20 साल के सूखे को खत्म किया।
इस साल अगस्त में अर्जुन पुरस्कार पाने वाले 27 साल के इस घुड़सवार ने अपने पहले घोड़े फेर्नहिल फेसटाइम से 34 और दूसरे घोड़े टचिंगवुड से 30 अंक जोड़े।
फवाज ने भारत के लिये इतिहास रचने के बाद कहा, 'मुझे उम्मीद थी कि मैं ओलम्पिक कोटा हासिल कर लूंगा, लेकिन उसके लिये चीन और थाइलैंड की टीमों के क्वॉलिफाइ करने का इंतजार करना पड़ा। पिछले हफ्ते इटली में हुए क्वॉलिफायर में अगर इन दोनों टीमों ने क्वॉलिफाई न किया होता तो वो व्यक्तिगत स्थान हासिल कर लेते और मुझे कोटा नहीं मिलता।
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उन्होंने कहा, 'मैं कोटा हासिल कर काफी खुश हूं लेकिन मुझे अभी काफी मेहनत करने की जरुरत है। यह कई पायदानों में से एक है। अब हमें सर्वश्रेष्ठ तैयारी करनी होगी ताकि प्रतियोगिता में जाते समय मेरा फॉर्म अच्छा रहे।'
आपको बता दें कि फवाद मिर्जा ने इससे पहले एशियन गेम्स में भी 36 साल का सूखा खत्म करते हुए पिछले साल पदक जीता था।