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हिमा दास का पुलिस अधिकारी बनने का सपना पूरा, बनीं DSP, कहा- खेल पर नहीं पड़ेगा फर्क

Hima Dass dream fulfilled, appointed as DSP in Assam, said- sports will not take backseat
Photo Credit: Hima Das Twitter

नई दिल्लीः भारत की प्रसिद्ध स्प्रिंटर हिमा दास को शुक्रवार (26 फरवरी) को असम पुलिस विभाग में पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) के रूप में नियुक्त किया गया। हेमा दास का पुलिस अधिकारी बनने का सपना आखिरकार साकार हो गया। यह उनका बचपन का सपना था। हिमा का कहना है कि उनको असम पुलिस का हिस्सा बनने में खुशी है लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं है कि खेल पर ध्यान नहीं दिया जाएगा। खेल आगे भी प्राथमिकता में रहेगा।

हिमा को असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने नियुक्ति पत्र सौंपा था। यह कार्यक्रम गुवाहाटी में पुलिस महानिदेशक सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में आयोजित किया गया था।

पुलिस अधिकारी बनने के बाद 21 साल की हिमा ने खुलासा किया कि उनका बचपन से ही पुलिस अधिकारी बनने का सपना था।

उन्होंने बताया," पुलिस अधिकारी बनना मेरा सपना था और मेरी मां भी यही चाहती थी। वह दुर्गा पूजा के समय एक खिलाना गन खरीदती और मुझसे असम पुलिस में काम करते के लिए कहती, साथ ही लोगों की सेवा करने और अच्छा इंसान बनने के लिए भी।"

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कौन हैं हिमा दास?

हिमा दास का जन्म असम के नागांव जिले के कंधुलिमारी गांव में हुआ था। उनके पिता और मां किसान हैं। धान की खेती उनकी आय का एकमात्र स्रोत है। हेमा 4 भाई-बहनों में सबसे छोटी हैं। एक बच्चे के रूप में, वह फुटबॉल खेलना पसंद करती थी। वह स्कूल में बच्चों के साथ फुटबॉल खेलती थी। बाद में, जवाहर नवोदय विद्यालय में उनके शारीरिक शिक्षा शिक्षक ने एक फुटबॉलर के बजाय हेमा को धावक बनने के लिए कहा। इसके साथ ही हिमा ने ट्रेनिंग भी शुरू कर दी। उन्होंने इस अवधि के दौरान छोटी और मध्यम दूरी की दौड़ में भाग लिया। बाद में, नागांव स्पोर्ट्स एसोसिएशन की मदद से, वह अंतर-जिला प्रतियोगिताओं में खेली। उन्होंने इस प्रतियोगिता में दो स्वर्ण पदक जीते।

जुलाई 2018 में, हिमा दास ने फिनलैंड में अंडर -20 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 400 मीटर में स्वर्ण पदक जीता। ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय महिला बनी। उन्होंने 51.46 सेकंड में रिकॉर्ड बनाया।

2018 में, हिमा ने जकार्ता (इंडोनेशिया) में एशियाई खेलों में 400 मीटर में रजत पदक जीता। उन्होंने 50.79 सेकंड में दौड़ पूरी करके राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया। उसी घटना के मिश्रित रिले इवेंट में (4 गुना 400 मीटर) हेमा दास, एम आर पुवम्मा, मुहम्मद अनस और राजीव अरोकिया ने रजत पदक जीते। ।

हिमा के प्रदर्शन ने उन्हें 2018 में भारत सरकार की ओर से अर्जुन पुरस्कार दिलाया।

Story first published: Saturday, February 27, 2021, 11:45 [IST]
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