नई दिल्ली। विश्व हॉकी लीग फाइनल्स (WHL) के एक रोमांचक मैच में भारत ने ओलंपिक रजत पदक विजेता बेल्जियम को हरा दिया। मैच का नतीजा रोमांचक पेनल्टी शूटआउट के बाद जाकर निकला। पहली पांच पेनल्टी हिट्स में दोनों टीमें बराबरी पर रहीं और फिर 'सडन डेथ' में भारत ने जाकर जीत दर्ज की। इसके साथ ही भारत टूर्नामेंट के अंतिम-4 में पहुंच गया है। मैच के पहले क्वार्टर में दोनों टीमों ने काफी मशक्कत की। 11वें मिनट में बेल्जियम ने एक गोल कर ही दिया था लेकिन भारत ने रिव्यू लिया और नतीजा भारत के पक्ष में रहा। बेल्जियम के खिलाड़ी ने हॉकी स्टिक के पीछे वाले हिस्से से गोल किया था। पहला क्वार्टर गोलरहित रहा। स्कोर 0-0 रहा।
दूसरे क्वार्टर में भी दोनों टीमों ने जबरदस्त संघर्ष किया लेकिन रेड लायंस यानी बेल्जियम की टीम ने भारत को कई मौकों पर आगे बढ़ने से रोका। भारत ने इस क्वार्टर में अपने छोर पर दबाव बनाने में सफलता हासिल की हालांकि इस क्वार्टर के अंत में भी स्कोर 0-0 ही रहा। तीसरे क्वार्टर की शुरुआत भारत के लिए शानदार रही। भारत के गुरजंत सिंह ने शानदार गोल करके 31वें मिनट में भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी। इसके ठीक चार मिनट बाद 35वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर हरमनप्रीत ने शानदार गोल करके भारत को 2-0 से आगे कर दिया। इसी क्वार्टर के 40वें मिनट में आखिरकार बेल्जियम ने भी अपना पहला गोल कर दिया। बेल्जियम के लुइपेर्ट ने पेनल्टी कॉर्नर पर ये गोल किया और वो इस टूर्नामेंट में सर्वाधिक सात गोल करने वाले खिलाड़ी भी बन गए। तीसरे क्वार्टर का अंत 2-1 से हुआ। भारत आगे रहा।
इससे पहले भारतीय टीम को हॉकी वर्ल्ड लीग फाइनल्स (एचडब्ल्यूएल) में सोमवार को जर्मनी के हाथों 0-2 से शिकस्त का सामना करना पड़ा था। पूल-बी में भारत की यह लगातार दूसरी हार थी। इससे पहले 2 दिसंबर को उसे इंग्लैंड के हाथों 2-3 से हार मिली थी। भारत ने हालांकि अपने पहले मैच में विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 1-1 की बराबरी पर रोका था।