नई दिल्ली। भारतीय तीरंदाजी टीम के कोच जीवनजोत सिंह ने कहा कि एशियाई खेलों में काम्पाउंड टीम सिर्फ तीन स्पर्धाओं में भाग लेगी और तीनों में स्वर्ण पदक के लिए अपना दावा पेश करेगी। भारतीय खिलाड़ियों ने 2014 इंचियोन एशियाई खेलों के कम्पाउंड स्पर्धाओं के चार मुकाबलों में चार पदक अपने नाम किये थे लेकिन इस बार पुरूष और महिला व्यक्तिगत स्पर्धाओं की जगह मिश्रित युगल मुकाबले को शामिल किया गया हैं।
भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) के सोनीपत केन्द्र में लगे शिविर के इतर सिंह ने कहा, '' हमारे लिए यह बड़ी क्षति है, क्योंकि हमारे दो पदक व्यक्तिगत मुकाबलों में आए थे जिसमें अभिषेक वर्मा (रजत) और तृषा देब (कांस्य) शामिल हैं।'' उन्होंनें कहा कि हमारे लिए अच्छी बात यह है कि कम्पाउंड तीरंदाज सही समय पर लय में आये हैं। महिला काम्पाउंड टीम ने अंताल्या और र्बिलन विश्व कप चरणों में रजत पदक हासिल कर विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचकर इतिहास बनाया है। वर्मा और ज्योति सुरेखा वेन्नाम की मिश्रित युगल जोड़ी ने शंघाई, अंताल्या, साल्ट लेक और र्बिलन विश्व कप चरणों में पदक हासिल किया हैं। सिंह ने 2013, 2015 और 2017 एशियाई चैम्पियनशिप में भारत के पदक का जिक्र करते हुऐ कहा, '' हम तीनों वर्गों में स्वर्ण पदक के लिए दावा पेश करेंगे।''
विश्व कप फाइनल में दो बार स्वर्ण पदक जीतने वाले इटली के र्सिजयो पागनी की देखरेख में टीम पूरे दमखम के साथ अभ्यास कर रही है। पागनी यहां दस दिनों के लिए आए हैं। पागनी को सिर्फ दस दिनों के लिए नियुक्त करने की आलोचना हो रही है लेकिन भारत के मुख्य कोच ने कहा, '' वह यहां कोई बड़ी बदलाव के लिए नहीं आए है। हमारी तैयारी अच्छी है और वह मानसिक मजबूती और खामियों को कम करने के लिए हैं।