इस वजह से FIDE को बदलना पड़ा अपना फैसला
गौरतलब है कि शतरंज ओलंपियाड के फाइनल मैच में अंतर्राष्ट्रीय चेस फ़ेडरेशन ने भारतीय दल को पहले हारा हुआ घोषित कर उपविजेता बनाया था लेकिन एक घंटे बाद उसे अपना फैसला बदलना पड़ा और उसने भारत और रूस संयुक्त विजेता घोषित कर दिया।
दरअसल, इंटरनेशनल चेस फ़ेडरेशन ने बताया कि भारत और रूस के बीच चेस ओलंपियाड के फ़ाइनल मैच के दौरान दो भारतीय खिलाड़ियों निहाल सरीन और दिव्या देशमुख का खेल से कनेक्शन टूट गया था और इससे उनके वक़्त का नुक़सान हुआ। जिसे लेकर भारत ने आधिकारिक अपील की और मामले की जांच की गई। कुछ वक़्त बाद फ़ैसला पलटते हुए दोनों टीमों को विजेता घोषित कर दिया गया।
पीएम मोदी ने भी दी खिलाड़ियोंं को बधाई
वहीं भारतीय टीम के पहली बार चेस ओलंपियाड जीतने पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी खुशी जाहिर की और खिलाड़ियों को बधाई दी।
उन्होंने कहा,' अंतर्राष्ट्रीय चेस फेडरेशन की ओर से आयोजित ऑनलाइन चेस ओलंपियाड में भारत के जीतने पर हमारे खिलाड़ियों को बधाई। आपका कठिन परिश्रम और साहस तारीफ के लायक है। हमारे खिलाड़ियों के लक्ष्य को हासिल करने की यह सफल कहानी शतरंज के अन्य खिलाड़ियों के लिये भी प्रेरणा का स्रोत बनेगी। रूस की टीम को भी मेरी तरफ से बधाई।'
सर्वर क्रैश के चलते टूटा था कनेक्शन
ईएसपीएन के पत्रकार सुसान निनान ने इस मामले में ट्वीट करते हुए लिखा, 'बिल्कुल सर्वर क्रैश हुआ था। उसी वक़्त हम सब भी लॉग आउट हो गए थे।' भारत की यह जीत इसलिए भी खास है क्योंकि वो पहली बार इस टूर्नामेंट के फ़ाइनल में पहुंचा था।
दिग्गज शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद ने इस जीत पर ट्वीट कर खुशी ज़ाहिर की. उन्होंने लिखा, 'हम चैंपियन हैं। बधाई रूस। इंडियन चेस ग्रैंडमास्टर विदित गुजराथी ने भी ट्वीट किया, 'हम चैंपियन हैं, बहुत खुश हूं। रूस को भी बधाई।'