नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओए) ने भारत के साथ होने वाली सभी वार्ताओं को निलंबित कर दिया है। ये वार्ताएं भारत में होने वाले सभी ग्लोबल ओलंपिक इवेंट्स को लेकर थी। आईओए ने ये कदम तब उठाया है जब नई दिल्ली में विश्व कप के लिए पाकिस्तानी शूटर्स को वीजा नहीं दिया गया है।
इतना ही नहीं ओलंपिक समिति ने दिल्ली विश्व कप से पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर स्पर्धा के लिए ओलंपिक योग्यता की स्थिति को भी रद्द कर दिया है। गौरतलब है कि भारत ने पिछले हफ्ते पुलवामा में आतंकी हमले में पाकिस्तानी शूटरों को वीजा देने से इनकार कर दिया जिस कारण 40 से अधिक अर्धसैनिक सैनिक मारे गए थे। आईओसी ने कहा है कि जब तक सरकार से कोई लिखित आश्वासन नहीं मिल जाता तब तक वह भारत को भविष्य में होने वाले ओलंपिक संबंधी आयोजन के लिए अनुमति देने से इंकार करता है।
बता दें कि भारत ने दिल्ली में चल रहे शूटिंग वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के दो शूटर्स का भाग लेना पहले ही संदिग्ध हो गया था। अब आईओसी ने भारत के खिलाफ ये कड़ा रूख अपनाया है। आईओसी का ये फैसला तब आया है जब अंतर्राष्ट्रीय शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन (ISSF) के अध्यक्ष व्लादिमीर लिसिन ने घोषणा की कि 2020 के खेलों के लिए सभी 16 ओलंपिक कोटा आवंटित कर दिए जाएंगे। अब दिल्ली के 25 मीटर रेपिड पिस्टल इवेंट से ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाली वैधता को भी प्रतिबंधित कर दिया है।
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इस प्रतियोगिता के लिए 61 देशों से 500 एथलीट हिस्सा ले रहे थे। समिति ने अपने बयान में कहा कि फिलहाल ऐसा कोई हल नहीं पाया गया कि इस प्रतियोगिता में पाकिस्तानी खिलाड़ियों का समय पर प्रवेश सुनिश्चित किया जा सके। साथ ही समिति ने यह भी बताया है कि नियमों के मुताबिक हर देश के खिलाड़ियों के साथ समान व्यवहार होना सबसे पहली प्राथमिकता है चाहे दो देशों के बीच राजनीतिक मतभेद ही क्यों ना हो। इसलिए यह कदम उठाया गया है।
बता दें कि पाकिस्तान ने अपने दो खिलाड़ियों के लिए वीजा का आवेदन किया था। ये दो शूटर्स थे जीएम बशीर और खलील अहमद। इन दोनों को नई दिल्ली में जारी प्रतियोगिता के रैपिड फायर इवेंट में भाग लेना था। ये प्रतियोगित 2020 ओलंपिक के लिए क्वालिफायर का के रूप में भी कार्य करती।