नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में 10 मीट एयर पिस्टल निशानेबाजी की स्पर्धा में भारत को स्वर्ण दिलाने वाले टॉप शूटर जीतू राय 2022 में बर्मिंघम में आयोजित होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स में शूटिंग खेल का आयोजन न किये जाने से बेहद दुखी हैं, उन्होंने इस कदम की आलोचना की। उनका मानना है कि ऐसा होने पर युवाओं की प्रतिभाएं प्रभावित होंगी। जीतू ने कहा कि हम लोग शूटिंग के खेल में काफी मेडल जीतते हैं। राय का कहना है कि युवा खिलाड़ी जो इस खेल में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं उनके साथ यह निर्णय अन्याय होगा।
सेना द्वारा आयोजित एक सम्मान समारोह में इस फैसले पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि इस फैसले से देश के युवाओं पर बुरा असर पड़ेगा,लेकिन यह हमारे हाथ में नहीं है। हम सिर्फ निशाना लगा सकते हैं, खेल को शामिल करने और हटाने का फैसला आयोजकों का है, सरकारों का है।
इस फैसले के बहिष्कार की उठी मांगः आगामी कॉमनवेल्थ गेम्स में शूटिंग को शामिल न किये जाने के फैसले का विरोध भी शुरू हो गया है। भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (NRAI) के अध्यक्ष रानिंदर सिंह ने इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि अगर 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में शूटिंग को शामिल न किया गया तो देश को इन खेलों का बहिष्कार करना चाहिए। जीतू राय ने भी उनके इस कदम में सनर्थन देने की बात कही।