नई दिल्लीः भारतीय पहलवान जूनियर वर्ल्ड रेसलिंग चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने में नाकाम रहे। भटेरी (65 किग्रा) और संजू देवी (62 किग्रा) दोनों अपने-अपने फाइनल में हार गए।
सनेह (72 किग्रा) के लिए यह आंसू निकालने वाली विदाई रही जिनको शुक्रवार को रूस के ऊफा में कांस्य प्ले-ऑफ में घुटने की चोट के बाद मैट से बाहर होना पड़ा।
संजू देवी ने अपने पिछले मुकाबलों में वापसी करने में कामयाबी हासिल की थी, लेकिन यह निश्चित रूप से उनका दिन नहीं था क्योंकि रूस की अलीना कासाबीवा ने तकनीकी श्रेष्ठता जीत के साथ स्वर्ण पदक जीता।
कासाबीवा ने पहले टेक डाउन मूव किया और फिर दो पॉइंट का थ्रो हासिल किया। भारत को अभी भी उम्मीद थी लेकिन एक बार जब रूसी ने संजू की टांग पकड़ ली और 'फिटली' को अंजाम देने के लिए मनचाही पकड़ हासिल कर ली, तो भारतीय की वापसी का कोई मौका नहीं था।
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इसके के साथ मैच पहले पीरियड के अंदर खत्म हो गया था।
भटेरी भी मुकाबला करने में विफल रहे और 65 किग्रा फाइनल में मोल्दोवा के इतिना रिंगासी से तकनीकी श्रेष्ठता के कारण हार गए। वेटिंग गेम खेलने की भटेरी की रणनीति एक गलती साबित हुई क्योंकि उन्होंने मुश्किल से अटैक किया।
बिपाशा (76 किग्रा) ने रजत जबकि सिमरन (50 किग्रा) और सीतो (55 किग्रा) ने गुरुवार को कांस्य पदक जीता था।
भारतीय महिलाओं ने टूर्नामेंट को पांच पदक - तीन रजत और दो कांस्य - के साथ समाप्त किया।
पुरुषों के फ्रीस्टाइल पहलवानों ने एक रजत और पांच कांस्य के साथ छह पदक जीते।
भारत के ग्रीको रोमन पहलवानों को हालांकि फिर से संघर्ष करना पड़ा क्योंकि शुक्रवार को खेले गए पांच में से कोई भी पहलवान सेमीफाइनल में जगह नहीं बना सका।
भारतीय महिला टीम 134 अंकों के साथ तीसरे, अमेरिका (143) और रूस (134) ने क्रमश: पहला और दूसरा स्थान हासिल किया।