टोक्यो ओलंपिक : कमलप्रीत काैर ने टोक्यो ओलंपिक 2020 के डिस्कस थ्रो के फाइनल का टिकट हासिल कर लिया है। इसी के साथ उन्होंने अपने नाम एक खास उपलब्धि भी हासिल कर ली। दरअसल, कमलप्रीत ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली भारत की 5वीं महिला एथलीट बन गई हैं, जबकि दूसरी महिला डिस्क्स थ्रोअर बनी हैं। आइए जानें काैन सी महिला एथलीट ट्रैक एंड फील्ड में खेल चुकी हैं ओलंपिक फाइनल्स-
1984 लॉस एंजेलिस ओलंपिक- पीटी उषा- (400m दौड़)
2004 एथेंस ओलंपिक- अंजू बॉबी जॉर्ज (लंबी कूद)
2012 लंदन ओलपिक- कृष्णा पूनिया (डिस्कस थ्रो) -
रियो ओलंपिक 2016- ललिता बाबर (3000m स्टीपलचेज)
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इनके अलावा 1984 लॉस एंजेलिस ओलंपिक में पीटी उषआ के नेतृत्व में भारतीय महिला 4x400m रिले टीम ने भी फाइनल में क्वालिफाई किया था।
ट्रैक एंड फील्ड में इनके अलावा 6 पुरुष भारतीय एथलीट भी फाइनल खेल चुके हैं। काैन हैं वो एथलीट आइए जानें-
1948 लंदन ओलंपिक- (हाई जंप) गुरनाम सिंह
1948 लंदन ओलंपिक- हेनरी रेबेलो (ट्रिपल जंप)
1960 रोम ओलंपिक- मिल्खा सिंह (400m दौड़)
1964 टोक्यो ओलंपिक- गुरबचन सिंह रंधावा (110m बाधा दौड़)
1976 मांट्रियल ओलंपिक- श्रीराम सिंह (800m दौड़)
2012 लंदन ओलपिक- विकास गाैंडा (डिस्कस थ्रो)
बता दें कि कमलप्रीत ने अपने पहले प्रयास में 60.29 मीटर फेंका था। फिर उसने दूसरे प्रयास में 60.97 मीटर फेंका और तीसरे प्रयास में उसने फाइनल में पहुंचने के लिए आवश्यक 64 मीटर फेंका। कमलप्रीत ने अपने ही ग्रुप में ही नहीं बल्कि दोनों क्वालिफिकेशन ग्रुप में भी दूसरा स्थान हासिल कर फाइनल में टिकट हासिल किया है। शीर्ष स्थान संयुक्त राज्य अमेरिका के वैलेरी ऑलमैन को मिला। वह 66.43 मीटर के थ्रो के साथ फाइनल में पहुंची। इन दोनों के अलावा ग्रुप में कोई भी एथलीट 64 मीटर का आंकड़ा पार नहीं कर पाया। कमलप्रीत के पदक जीतने की संभावना बढ़ गई है।
दो बार के एशियाई खेलों की पदक विजेता सीमा पुनिया ने पिछले डिस्कस ग्रुप एम में भी भाग लिया था। इसमें उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ देते हुए 60.57 मीटर फेंककर तालिका में छठे स्थान पर रही। हालांकि, वह फाइनल में नहीं पहुंच पाई थी।