नई दिल्लीः भारत की टेबल टेनिस स्टार मनिका बत्रा ने सौम्यदीप रॉय के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि टेबल टेनिस के राष्ट्रीय कोच ने उन्हें अपने एक छात्र के खिलाफ ओलंपिक क्वालीफायर मैच हारने के लिए कहा था।
टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया के कारण बताओ नोटिस का जवाब देते हुए, मनिका ने साफ इनकार किया कि उन्होंने रॉय से सहायता ना लेकर खेल को बदनाम नहीं किया है।
टीटीएफआई के सूत्रों के अनुसार, दुनिया की 56वें नंबर की खिलाड़ी ने कहा कि वह अपने मैच पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पातीं अगर कोई ऐसा उनके आसपास होता जिसने उन्हें मैच फिक्सिंग में शामिल होने के लिए कहा था।
खेल रत्न पुरस्कार विजेता ने टीटीएफआई सचिव अरुण बनर्जी को अपने जवाब में आरोप लगाया।
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उन्होंने कहा, "राष्ट्रीय कोच ने मार्च 2021 में दोहा में क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट के दौरान मुझ पर अपने छात्र को ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कराने के लिए मुझ पर मैच हारने के लिए दबाव डाला था, यह एक मैच फिक्सिंग ही थी।"
इसी बीच रॉय आरोपों के जवाब के लिए उपलब्ध नहीं थे। रॉय को भी चल रहे राष्ट्रीय शिविर में शामिल होने के लिए नहीं कहा गया है और टीटीएफआई ने उनको अपना पक्ष रखने के लिए कहा है।
कारण बताओ नोटिस पर मनिका की प्रतिक्रिया के बारे में पूछे जाने पर बनर्जी ने कहा, "आरोप रॉय के खिलाफ हैं। उन्हें जवाब देने दें और फिर हम आगे की कार्रवाई तय करेंगे।"
रॉय टीम इवेंट में राष्ट्रमंडल खेलों के पूर्व स्वर्ण पदक विजेता और अर्जुन पुरस्कार विजेता भी हैं। रॉय की अकादमी में प्रशिक्षण लेने वाली मनिका और सुतीर्थ मुखर्जी दोनों ने टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया।
मनिका ने कहा, "मेरे पास इस घटना के सबूत हैं और मैं इसे उचित समय पर इनको अधिकारियों के सामने पेश करने के लिए तैयार हूं। मुझे मैच हारने के लिए कहने के लिए, राष्ट्रीय कोच व्यक्तिगत रूप से मुझसे मेरे होटल के कमरे में मिले और मुझसे लगभग 20 मिनट तक बात की।"
"उन्होंने राष्ट्रहित के बहाने अनैतिक साधनों का उपयोग करके अपने ही छात्र को बढ़ावा देने की कोशिश की।"
मनिका ने कहा कि उन्होंने कोच की बात ना मानने का फैसला किया और तुरंत इस मामले की सूचना टीटीएफआई के एक अधिकारी को दी। मनिका के मुताबिक लेकिन कोच की धमकी और दबाव का असर उनके मानसिक फ्रेम पर प्रभाव पड़ा और परिणामस्वरूप प्रदर्शन भी प्रभावित हुआ।
मनिका ने तीसरे दौर में पहुंचकर इतिहास रच दिया था। उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन किया है।
मनिका ने रॉय के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने पर टीटीएफआई पर भी सवाल उठाए। उनका कहना है कि मैच फिक्सिंग के लिए राष्ट्रीय कोच द्वारा दबाव डालना टीटीएफआई की निष्क्रियता की वजह से हुआ।
उन्होंने कहा है, "दुर्भाग्य से, जब मैंने 14 अगस्त 2021 को अपने ई-मेल में फिर से राष्ट्रीय कोच द्वारा मैच फिक्सिंग के लिए दबाव रणनीति का मुद्दा उठाया, तो टीटीएफआई ने प्रारंभिक, निष्पक्ष और पारदर्शी जांच के बिना ही इस मुद्दे को पूरी तरह से खारिज कर दिया।"
उन्होंने कहा कि ऐसे में उनके पास कोच का साथ खुद ही दरकिनार करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था और उन्होंने अकेले अपने मैच खेलकर कोई गलत काम नहीं किया।